मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अब तक के सबसे बड़े किडनी रैकेट में पुलिस ने मुम्बई के प्रसिद्ध हीरानंदानी अस्पताल के पांच डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार डॉक्टरों में सबसे अहम नाम डॉ. सुजीत चटर्जी का है, जो हीरानंदानी अस्पताल के सीईओ हैं जबकि दूसरा अहम नाम डॉ. अनुराग नाइक का है। डॉ. नाईक हीरानंदानी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर हैं। बाकी के आरोपी डॉक्टरों के नाम मुकेश शेट्टी, मुकेश शाह और प्रकाश शेट्टी हैं।
रैकेट को चलाने वाले यह लोग एक किडनी ट्रांसप्लांट के बदले में 25 से 30 लाख रुपये लेते थे मगर किडनी डोनेट करने वाले को वह लोग महज़ कुछ हज़ार रूपए देते थे। इस किडनी रैकेट का भंडाफोड़ पिछले महीने 15 जुलाई को हुआ था। यह अस्पताल नेशनल एक्रीडिशन बोर्ड ऑफ हॉस्पिटल्स (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त है।
बताया जा रहा है कि यह पहला मौका है जब इतने बड़े किसी अस्पताल में ऐसा कोई मामला सामने आया है। अस्पताल के ट्रस्टी निरंजन हीरानंदानी ने इस घटना को दुखद बताया है और कहा है कि ये मामला उनके लिए चौंकाने वाला है। पुलिस सूत्रों की माने तो अब तक इस पुरे मामले में गुजरात और राजस्थान से भी कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अंदाजा है की इस गिरोह ने अब तक इसी तरह से फर्जीवाड़ा कर 50 के करीब किडनी का ट्रांसप्लांट करवाया है।