मुंबई। मुंबई पुलिस आयुक्त सुबोध कुमार जायसवाल का कहना है कि 26/11 के आतंकवादी हमले के 10 साल बाद नगर सुरक्षित है और पुलिस किसी भी आतंकवादी खतरे से निपटने में सक्षम है। देश के इतिहास में सबसे भीषण आतंकवादी हमलों में से एक में पाकिस्तान के 10 सशस्त्र आतंकवादियों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में तबाही मचाई थी। इस घटना में 166 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
बता दें कि जायसवाल ने आतंकवादी हमले की 10वीं बरसी की पूर्व संध्या पर कहा कि पिछले 10 वर्षों में हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैं मुंबईवासियों को आश्वस्त कर सकता हूं कि महानगर सुरक्षित है और पुलिस किसी भी स्थिति से आपको बचाने में सक्षम है। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास एक मजबूत और प्रशिक्षित पुलिस बल है जिसके पास नवीनतम उपकरण, हथियार, रणनीति हैं और वह सभी चुनौतियों से निपटने के लिए हमेशा तैयार है।
वहीं रॉ में काम कर चुके जायसवाल ने कहा कि मुंबई पुलिस का सभी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों के साथ बेहतरीन समन्वय है जो शहर की सुरक्षा से निपटती हैं। नगर में करीब 5,000 सीसीटीवी का नेटवर्क है जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की निगरानी में मदद मिलती है। एक अन्य शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों पर आधुनिक हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों की उपस्थिति, किसी भी आपदा का जवाब देने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया और लोगों की जागरूकता मुंबई की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
साथ ही संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) देवेन भारती ने कहा कि 26/11 हमले के बाद पुलिस की भूमिका को फिर से परिभाषित किया गया था और शहर की सुरक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव किया गया। उन्होंने कहा कि हमने त्वरित कार्रवाई टीमों का गठन है। एक समर्पित कमांडो टीम ‘फोर्स वन’ है जिसमें किसी भी आतंकवादी खतरे से निपटने की क्षमता है।