देहरादून। सूबे की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार अब प्रदेश के गांवों और अन्य इलाकों में विकास की गंगा बहाने की तैयारी में जुटी हुई है। विकास के कामों को गति देने के लिए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि कि अगले डेढ़ सालों में सूबे में 22 नए नगर निगमों को वजूद में लेकर आयेगी। हाल में ही राज्य में दो नए नगर निगमों को वजूद में लेकर आया गया है, इनमें कोटद्वार और ऋषिकेश नए नगर निगम बने हैं।
इस बारे में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा है कि आगामी पंचायत चुनाव के पहले इन नए निकायों का स़जन कर लिया जायेगा। इस कार्यों को वजूद में लाने के लिए अधिकारियो का दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। देखा जाये तो बीते 17 सालों में सूबे में नगर निगमों की संख्याओं में बढ़ोत्तरी हुई है। राज्य का गठन साल 2000 में हुआ था, उस समय केवल नगर निगम के नाम पर देहरादून ही वजूद में था। लेकिन मौजूदा वक्त में नगर निगमों की संख्या 8 तक आ चुकी है। इसके साथ ही सूबे में करीब 84 नगर पालिकाएं और नगर पंचायत मौजूद है।
सरकार के प्रयासों के चलते सूबे में जहां दो साल पहले 6 नगर निगम और 31 नगर पालिकाएं और 41 नगर पंचायत ही थीं, वहां पर अब आंकड़ा 92 तक पहुंच चुका है। अब सरकार इसमें आने वाले वर्षों में और इजाफा करने की फिराक में दिख रही है। राज्य सरकार अगले 5 सालों में ये आंकड़ा 150 से ऊपर लाने की कोशिश में है। इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए सरकार मॉडल प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। शहरी विकास मंत्री एवं शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि सरकार के पास इस बारे में कई प्रस्ताव नगर पालिका औऱ नगर पंचायत के लिए आये हैं। सरकार इन प्रस्तावों का निरीक्षण कर रही है। आने वाले 2019 में पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने जा रहा है। ऐसे में सरकार इसके पहले इन प्रस्तावों पर कोई बड़ी घोषणा करेगी।