कोरोना वायरस से भारत का सबसे प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है. वहीं मुंबई और मुंबई में एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा थे. लेकिन अब धारावी से एक अच्छी सामने आई है. जी हां, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से शुक्रवार को एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में पहली बार कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है.
धारावी में अपनाया गया 4-टी मॉडल
आपको बता दें कि धारावी में ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटिंग को अपनाया गया. धारावी में 1 अप्रैल के बाद पहली बार 24 घंटे में कोई केस नहीं मिला है. बीएमसी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक यहां 3788 कोरोना पॉजिटिव हुए हैं, जिसमें से 3464 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है.
WHO ने की थी धारावी मॉडल की तारीफ
जुलाई में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने धारावी मॉडल की तारीफ की थी। WHO के महानिदेशक, टेड्रोस अदनोम घेबाइसू ने कहा था कि धारावी ने अपने घनत्व के बावजूद इस महामारी पर सफलतापूर्वक नियंत्रण पाया है.
इस खबर से मुंबईवासी और प्रशासन खुश हैं. मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि धारावी का मॉडल पूरे मुंबई शहर में लागू किया जाएगा. धारावी में बीएमसी ने अलग अलग इलाकों में क्वारंटीन सेंटर बनाया था. जिसमें कुल 3800 बेड थे. बीएमसी इसमें से एक हजार बेड कम करके उन्हें कहीं और इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है.