नई दिल्ली। भारत को लगातार पांच बार अंतर्राष्ट्रीय महिला बॉक्सिंग चैम्पियनशीप में मेडल दिलवाने वाली और राज्यसभा सासंद मैरी कॉम के फाउंडेशन समेत 21 गैर-सरकारी संगठनों के विदेशी फंड की जांच गृह मंत्रालय द्वारा करवाई जाएगी। इस मामले को लेकर गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने संसद को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मैरी कॉम रीजनल बॉक्सिंग फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के अलावा भारत की आईटी इंडस्ट्री के शीर्ष निकाय नैसकॉम समेत 42 संगठनों की जांच की गई है।
इनकी जांच इसलिए की जा रही है ताकि ये पता लगाया जा सके की कहीं विदेशीं फंड लेने में इन संगठनों ने कानूनों का उल्लंघन तो नहीं किया है। रिजिजू ने लोकसभा में बताया कि 21 एनजीओ से इस बारे में सवाल-जवाब किए गए थे, जिनमें एशियानेट न्यू चैरिटेबल ट्रस्ट, एमनेस्टी इंटरनेशनल फाउंडेशन जैसे संगठन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउंडेशन, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया समेत 21 अन्य संगठनों का ऑडिट और जांच पूरी कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि इन संगठनों को विदेशी फंड मिला था और इनकी फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट के तहत जांच की गई थी। आपको बता दें कि मैरी कॉम के फाउंडेशन की शुरुआत 2006 में हुई थी. इसे मैरी कॉम और उनके पति चलाते हैं. यह ट्रस्ट मणिपुर और पूर्वोत्तर के इलाकों में मुक्केबाजी को प्रोत्साहित करता है। वहीं, राजीव गांधी ट्रस्ट 2002 में बना था और उत्तर प्रदेश के 42 जिलों समेत देश के कई हिस्सों में ग्रामीण महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में ये संगठन काम कर रहा है।