नई दिल्ली: बेटे की मौत के बाद इंसाफ की लड़ाई में मुस्लिम समाज का सहयोग नहीं मिलने से नाराज मुस्लिम परिवार के 20 सदस्यों ने धर्म परिवर्तन का एलान किया है। एसडीएम बड़ौत को शपथ पत्र दिया है कि वह स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। धर्म परिवर्तन का मामला आम होते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया।
एसडीएम ने दी मामले की जांच
एसडीएम ने छपरौली पुलिस को मामले की जांच दी है। एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि पीड़ितों की पुलिस से नाराजगी नहीं है, बल्कि वह अपने समाज के लोगों की ओर से सहयोग नहीं दिए जाने के कारण स्वेच्छा से धर्म बदल रहे हैं। यह मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जनपद का है।
स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करना चाहते
युवा हिंदू वाहिनी भारत के पदाधिकारियों के साथ बदरखा गांव के अख्तर अली के परिवार के सदस्यों ने एसडीएम बड़ौत आशीष कुमार को प्रार्थना पत्र दिया कि वह स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करना चाहते हैं। इसके लिए उन पर किसी का दबाव नहीं है।
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मंगलवार को बदरखा गांव में आयोजित यज्ञ के दौरान ये लोग विधिवत रूप से हिंदू धर्म अपनाएंगे और इनका नामकरण भी किया जाएगा। एसडीएम ने पीड़ितों का पक्ष सुना और छपरौली पुलिस को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस यह जानकारी जुटाने में लगी है कि किसी तरह का दबाव तो नहीं बनाया गया है।
पुलिस से उनकी कोई नाराजगी नहीं
वहीं एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ितों का कहना है कि मुस्लिम समाज के लोगों ने उनका साथ नहीं दिया, जिस कारण उन्होंने यह कदम उठाया है। पुलिस से उनकी कोई नाराजगी नहीं है।