शिया सेंट्रल बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी भारी मुसीबत में फंस गए हैं. दरअसल, सीबीआई ने वसीम रिजवी पर एफआईआर लिखी. वहीं एक नहीं वसीम रिजवी पर सीबीआई ने दो एफआईआर दर्ज की हैं. वसीम रिजवी पर वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की खरीद और बिक्री में धोखाधड़ी की शिकायत के बाद CBI ने 2 FIR दर्ज की हैं.
सीबीआई की लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने आईपीसी की धारा 409, 420 और 506 के तहत एफआइआर दर्ज की है. इसमें पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी, शिया वक्फ बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी गुलाम सैयदन रिजवी और वक्फ इंस्पेक्टर वाकर रजा के अलावा नरेश कृष्ण सोमानी और विजय कृष्ण सोमानी को नामजद किया गया है.
आपको बता दें प्रयागराज और कानपुर में वक्फ संपत्तियों की खरीद-फरोख्त की गई थी. इसी में रिजवी पर धोखाधड़ी और गड़बड़ी का आरोप लगा था.
यूपी सरकार की सिफारिश पर दर्ज हुई रिपोर्ट
लखनऊ में दर्ज हुए मामले में वक्फ बोर्ड के दो अन्य अफसरों समेत पांच का नाम सामने आया है. शिया वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में गड़बड़ी के दोनों मामलों के संज्ञान में आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी.