राजस्थान

कौन हैं दीपक बाजपेयी कितना डालेगें राजस्थान चुनाव पर असर

08 5 कौन हैं दीपक बाजपेयी कितना डालेगें राजस्थान चुनाव पर असर

नई दिल्ली। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत काफी गरमा गई हैं और इसमे आण आदमी पार्टी द्रारा बनाए गए नए राजस्थान प्रभारी को लेकर सियासत में काफी गरमा गरमी मची हुई हैं। बता दे कि कल आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर इस बात का एलान किया कि साल के अंत में होने वाले राजस्थान चुनाव आम आदमी पार्टी के लिए अहम हैं और इसकी बागडोर अब दीपक को सौंपी जा रही है।

बता दे कि आम आदमी पार्टी में राजस्थान के प्रभारी कुमार विश्वास को बनाया गया था जिनको कर राजस्थान प्रभारी के पद से हटा दिया गया और उऩका आम आदमी पार्टी में कद और भी नीचे कर दिया गया हैं।  जब से आम आदमी पार्टी द्रारा दीपक वाजपेयी को राजस्थाऩ का प्रभारी बनाया गया हैं तब से ही दीपक बाजपेयी के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई हैं औऱ हर कोई उनके बारें में ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश की कर रहा हैं।

08 5 कौन हैं दीपक बाजपेयी कितना डालेगें राजस्थान चुनाव पर असर

कौन हैं दीपक बाजपेयी?

बता दे कि दीपत बाजपेयी एक पत्रकार हैं जो क़रीब 20 साल तक दिल्ली में पत्रकारिये करते आए हैं। बता दे कि ऐसा भी कहा जा रहा हैं कि दीपक बाजपेयी दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नज़दीक़ी बताए जाते हैं। और फिलहाल दीपक बाजपेयी आम आदमी पार्टी के चंदे का हिसाब-क़िताब रखने वालो में शामिल हैं।पार्टी के जानकार बताते हैं कि दीपक यूँ तो पार्टी में लो-प्रोफ़ाइल रखते हैं, लेकिन पार्टी में उनकी सुनी जाती है।

दीपक बाजपेयी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि वो भी पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं की तरह एक आम कार्यकर्ता हैं। और उन्होंने दावा किया कि वो बीते डेढ़ महीने से राजस्थान में ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे हैं और चुनाव में रणनीति बनाने में लगे हैं।

राजस्थान में फ़ुल टाइम लोगों की ज़रूरत

दीपक ने कहा कि राजस्थान को लेकर आम आदमी पार्टी का ‘विज़न’ साफ़ है। जब दीपक से पूछा गया कि राजस्थान में क्या इस दौरान कुमार विश्वास भी उनके साथ थे? तो उन्होंने कहा, “कुमार भाई पार्टी के बड़े नेता हैं। वो शायद बिज़ी हैं। राजस्थान में वो साथ नहीं थे. और पार्टी को फिलहाल राजस्थान में फ़ुल टाइम लोगों की ज़रूरत है।

‘कुमार के पास नहीं था वक़्त
बता दे कि प्रेस कॉन्फ़्रेंस में आशुतोष ना साफ कर दिया था कि वो राजस्थान चुनाव को लेकर बेहद गंभीर हैं और आम आदमी पार्टी ने राजस्थान विभानसभा चुनाव पूरी ताक़त से लड़ने का फ़ैसला किया है।

राजस्थान की बागडोर दीपक बीजपेयी को को सौंपी गई है ताकि वह वहीं रह कर संगठन को मजबूत बनाएं, चुनाव की स्ट्रेटेजी तैयार करें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करके कार्यक्रम की रूपरेखा बनाएं कैंडिडेट की लिस्ट तैयार करें । उन्होंने कहा कि कुमार अपनी निजी व्यस्तताओं की वजह से राजस्थान को वक़्त नहीं दे पा रहे थे और ग्राउंड पर सक्रिय नहीं थे। प्रेस कॉन्फ़्रेंस के बाद राजस्थान चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर कैंपेन भी शुरू कर दिया गया है। दिल्ली की तरह राजस्थान में भी आम आदमी पार्टी सस्ती बिजली और मुफ़्त पानी देने का वादा कर रही है।

कुमार विश्वास ने कहा..
आम आदमी पार्टी के इस फ़ैसले के बाद कुमार विश्वास ने अपनी कोई सीधी प्रतिक्रिया तो नहीं दी है हालांकि ये फ़ैसला आने के कुछ मिनट बाद कुमार ने ट्वीट किया, वाणी का मोल नहीं चुकता, अनुदानित राज्य सभाओं से जिसके विरुद्ध था युद्ध उसे, हथियार बना कर क्या पाया।
बता दे कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं जिसको लेकर आम आदमी पार्टी भी वोट बटोरने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं पर राजस्थान में आम आदमी पार्टी का कोई बजूद नहीं रखती हैं ऐसे में क्या आम आदमी पार्टी पर लोग भरोसा कर पाएंगें। क्योकि पंजाब में भी आण आदमी पार्टी को करारी हार मिली थी।

 

Related posts

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल नहीं होंगे अख्तर और जोशी

Breaking News

राजस्थानः चार श्रेणियों में वितरित होंगे उद्योग रत्न पुरस्कार 23 अगस्त तक कर सकते हैं आवेदन

mahesh yadav

नितिन गडकरी बोले सभी नेता हैं दुखी, सीएम दुखी हैं कि वो नहीं जानते कि कब सीएम बनेंगे, और बन गये तो वो सीएम कब तक रहेंगे

Kalpana Chauhan