राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दुर्गा पूजा, दशहरा और विजयदशमी के अवसर पर लोगों को बधाई और शुभ कामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि दुर्गा पूजा और विजयदशमी के शुभ अवसर में देश और विदेश में रहने वाले अपने सभी नागरिकों को ‘शुभो बिजोया’ के साथ-साथ दशहरा की बधाई देता हूं।राष्ट्रपति ने कहा दुर्गा पूजा और विजयदशमी सत्य और सच्चाई की बुराई पर विजय के प्रतीक हैं। यह शुभ दिन कम भाग्यशाली, अकेले और परेशानी से ग्रस्त लोगों के साथ अपनी खुशियां साझा करने का है। यह लोगों के साथ एकता और भाईचारे की भावना का आनंद लेने का अवसर भी प्रदान करता है।
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आइये हम देवी दुर्गा की शक्ति के प्रतीक के रूप में आराधना करें। वह समाज में महिलाओं, विशेष रूप से बालिकाओं का सशक्तिकरण करने के कार्य में हमारा मार्ग दर्शन करें। आइये हम भगवान राम के उत्सव को नैतिक और अनंत मूल्य के प्रतिबिंब के रूप में मनाएं जिसने प्राचीन काल से ही हमारे जीवन के तौर-तरीके को निर्देशित किया है।
आपको बता दें कि कल 1 9 तारीख को दशहरा है।आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है दशहरा पर्व। यह कल (19 अक्टूबर) मनाया जाएगा। भगवान राम के रावण का वध करने और असत्य पर सत्य की विजय के खुशी में इस पर्व को मनाया जाता है। इस दिन जगह जगह रावण दहन किया जाता है।
कहा जाता है कि रावण के पुतले को जला हर इंसान अपने अंदर के अंहकार, क्रोध का नाश करता है। इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है।लोगों का विश्वास है कि रावण का वध करने कुछ दिन पहले भगवान राम ने आदि शक्ति मां दुर्गा की पूजा की थी। दुर्गा के आशीर्वाद मिलने के बाद दशमी को रावण का संहार कर दिया था। दशमी को ही मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसलिए इसे विजयादश्मी के रूप में मनाया जाता है।