नई दिल्ली। बीते शुक्रवार की शाम अमृतसर के लिए एक भयानक हादसा लेकर आई। इस हादसे में तकरीबन 60 लोगों की मौत हो गई है और 70 लोग घायल बताए जा रहे हैं। ये सभी लोग रेलवे ट्रैक के पास आयोजित रावण दहन कार्यक्रम देखने गए थे। इस कार्यक्रम स्थल के पास ही रेलवे लाइन पर लोगों की भीड़ जमा थी।
उसी वक्त तेज रफ्तार ट्रेन अपना कहर बरपा कर चली गई। अब इसके बाद लोग आयोजकों और कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आई पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू पर निशाना साध रहे हैं।
सिद्धू ने अपनी पत्नी के बचाव में कहा कि वहां पर भी उनके कहने या उकसाने पर नहीं जमा हुई थी। ये हादसा ट्रेन चालक की गलती से हुआ है। इस हादसे में चंद सेकेंड में कई मासूमों की जिन्दगियां छीन ली। लोग अब इस मामले में राजनीति ना करें, हादसे किसी को बताकर नहीं आते हैं। वो वहां पर कार्यक्रम में शामिल होने गई थी, हादसे की जानकारी होते ही वह वहां से निकल गई थीं।
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो जिस वक्त वह ट्रेन घटनास्थल से गुजरी बहुत से लोग ट्रैक पर बैठे हुए थे। जब रावण के पुतले में आग लगी तो मंच से लोगों की पीछे हटने की अपील की गई। इस वजह से लोग पीछे हटकर रेलवे ट्रैक पर आ गए। इसी वक्त ट्रेन वहां से गुजरी और हादसा हो गया। जिस वक्त ये हादसा हुआ उसी वक्त मंच पर नवजोत कौर सिद्धू मौजूद थीं। धोबी घाट रेलवे ट्रैक के पास आयोजित ये कार्यक्रम बिना किसी सरकारी अनुमति के चल रहा था। इस कार्यक्रम को लेकर ना ही आयोजकों ने स्थानीय प्रशासन से अनुमति ली थी और ना ही रेलवे प्रशासन से अब इस कार्यक्रम के आयोजक घटना के बाद से भूमिगत हो गए हैं।