उरी। जम्मू-कश्मीर के उरी में रविवार को हुए आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हो गए और कई घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां पर उनका इलाज चल रहा है। इस आतंकी हमले को लेकर सरकार ने आज हाई लेवल मीटिंग बुलाई है।वहीं हादसे में शहीद जवानों के घरो में सन्नाटा पसरा हुआ है। आतंकी हमले में किसी मां ने अपना बेटा खोया है, किसी ने अपना पति तो किसी ने अपना पिता लेकिन सभी का दुख एक सा है।
इन्ही शहीद हुए 17 जवानों में से एक गया का भी बेटा है जिसका नाम सुनील कुमार विद्यार्थी है जो कि गया के परैया प्रखण्ड के बोकनारी गांव का रहने वाला है। अपने बुढ़ापे का सहारा छिन जाने के बाद सुनील कुमार के पिता की आंखों में मातम के आंसू जरुर है लेकिन अपने बेटे को देश के नाम शहीद होने पर गर्व भी है। इस पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वो सेना पर हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब दे। इसके साथ ही सुनील कुमार के पिता मथुरा प्रसाद ने सरकार से आर-पार की लड़ाई की दरखास्त करते हुए कहा कि मुझे अपने बेटे के जाने का दुख जरुर है लेकिन और कितने शहीद होंगे। इसके साथ ही उनकी सुनील की बेटी ने भी अपने पिता के लिए इंसाफ की गुहार भी लगाई है।
इस खबर के मिलते ही सुनील के परिवार में गम का माहौल है। उनकी पत्नी किरण देवी अपने चार बच्चों के साथ गया के चंदौती में रहती हैं। सुनील साल 1999 में सेना में भर्ती हुए थे। खबर के मुताबिक शहीद के परिवारवालों को सुनील की शहादत की खबर रविवार देर रात तक नहीं मिली थी। शाम को 6 बजे के आसपास सुनील की बहन किरण के पास श्रीनगर से फोन आया कि उनके भाई आतंकी हमले में शहीद हो गए हैं लेकिन पूरी जानकारी मिलने से पहले ही फोन कट गया।
बता दें, घाटी में रविवार को हुए आतंकी हमले में 17 भारतीय जवान शहीद हुए साथ ही सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराया था, पर सूत्रों के मुताबिक शनिवार को एलओसी से 16 आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसे थे। ये आतंकी तीन हिस्सों में बंट गए थे और इनमें से एक गुट ने उरी हमले को अंजाम दिया। घुसपैठिए आतंकियों का एक गुट बड़े हमले के इरादे से पुंछ की तरफ गया तो दूसरे गुट ने श्रीनगर का रुख किया है, उरी अटैक में चार आतंकियों के मारे जाने के बादअब भी ऐसा माना जा रहा है कि 4-4 के ग्रुप में जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान से आए 12 आतंकी घूम रहे हैं। आतंकियों की तलाश में सेना का सर्च ऑपरेशन देर रात तक जारी रहा।