लखनऊ। पिछले 25 वर्षों से अब तक की विधानसभा की कार्यवाही कोई भी कहीं से भी देख सकेगा। विधान सभा के जिम्मेदार अधिकारियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस सपने को सच कर दिखाया है। यूपी लेजिसलेटिव असंबेली नाम से बनाए गये इस वेब पोर्टल का उदघाटन सीएम अखिलेश यादव, विधान सभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय और नेता सदन आजम खां ने बटन दबा कर किया।
इस वेब पोर्टल में तमाम नेताओं के वीडियों के साथ ई-बुक और विधानसभा की कार्यवाही दर्ज हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जब कहा गया कि वह इस वेब पोर्टल से क्या सर्च करके देखना चाहते हैं तो उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या को सर्च करने के लिए कहा। ध्यान रहे कि बीएसपी का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले स्वामी को आज सदन में काफी याद किया गया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर कहा कि यूपी सरकार ने डिजिटिलाइजेशन के क्षेत्र में भी उम्दा काम किया है। पेपर लेस सचिवालय, हाईकोर्ट ऑनलाइन के बाद अब लोग विधानसभा की कार्यवाही भी ऑनलाइन देख सकेंगे। हमने बहुत काम किया और नया मुख्यमंत्री आवास भी बनवाया, अपने मन का बनवाया ताकि हम फिर से वहां बैठ सकें।
नेता सदन आजम खां ने भी इस वेबपोर्टल की खासी तारीफ की। उनके निशाने पर भी स्वामी प्रसाद मौर्या ही रहे। उन्होंने स्वमी पर टिप्पाणी करते हुए कहा कि सैफाई के अखाड़े से राजनीति के दांव पेच सीखने वाले स्वामी अब शहजाहनपुर के अखाड़े में गिरे हैं। उनका इशारा नेता सदन भाजपा के सुरेश खन्ना की ओर था। उन्होंने सुरेश खन्ना को चेताते हुए कहा कि स्वामी के बीजेपी में आने के बाद उनकी कुर्सी खतरे में पड़ती हुई दिखाई दे रही है। स्वामी प्रसाद मौर्या और डिजिटलीकरण के बहाने आजमखान मीडिया को भी नहीं छोड़ा।
(अकील सिद्दीकी, संवाददाता)