सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने 8 मार्च 2018 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के के मौके पर भारत की महिला उद्यमियों के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया- www.udyamsakhi.org. करीब 80 लाख महिलाओं ने भारत में अपना व्यवसाय स्थापित किया, और एमएसएमई मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भारत में महिलाएं भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहें।
यह पोर्टल महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कम लागत वाले उत्पादों एवं सेवाओं के लिए कारोबारी मॉडल तैयार करने और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए एक नेटवर्क है।
गौरतलब है कि यह पोर्टल अपने प्लेटफॉर्म के जरिये उद्यमिता लर्निंग टूल्स, इनक्यूबेशन सुविधा, रकम जुटाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, संरक्षक उपलब्ध कराने, एक-एक निवेशक के साथ मुलाकात करने, बाजार सर्वेक्षण की सुविधा और तकनीकी सहायता के लिए सहायता प्रदान करता है। एमएसएमई मंत्रालय संबंधित मंत्रालयों एवं विभागों, राज्य सरकारों एवं अन्य हितधारकों के सहयोग से खादी, ग्राम एवं कोइर उद्योगों सहित इस क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देते हुए एक जीवंत एमएसएमई क्षेत्र तैयार कर रहा है।
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भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 27 जून 2018 को नई दिल्ली में एक समारोह में सौर चरखा मिशन का शुभारंभ किया। यह मिशन वर्ष 2018-19 और 2019-20 के लिए 50 करोड़ रुपये के बजट के साथ देश भर में 50 क्लस्टरों को कवर करता है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग एक लाख लोगों के लिए प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार का सृजन करेगी और हरित अर्थव्यवस्था में भी योगदान करेगी। सौर चरखा इकाइयों को ग्रामोद्योगों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। सौर चरखा मिशन योजना को केंद्रीय बजट 2018-19 में गैर-पारंपरिक सौर ऊर्जा को आगे बढ़ाने और रोजगार सृजन के लिए प्रस्तावित किया गया था।