रियो डी जेनेरियो। पांच अगस्त से रियो में होने वाले ओलम्पिक खेलों में डोपिंग रोधी कार्यक्रम के तहत 4,500 मूत्र और 1,000 खून के नमूनों के परीक्षण किए जाएंगे। अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने रविवार को यह बात कही। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, रूस में हुए डोपिंग कांड के कारण पांच अगस्त से ब्राजील के शहर रियो डी जेनेरियो में खेले जाने वाले ओलम्पिक में सभी का ध्यान इस पर रहेगा।
बाक ने कहा कि आईओसी ड्रग लेने वालों को ओलम्पिक से दूर रखने का हर संभव प्रयास करेगी। बाक ने कहा कि ड्रग लेने वालों को खेलों से दूर रखने के लिए कड़े प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमे पहले परीक्षण कार्यक्रम बनाया है जिसके तहत 2,200 एथलीटों को चुना गया है और उन पर नजर रखी जा रही है। इसके बाद हमारे पास अतिरिक्त परीक्षण की 700 सिफारिशें आई हैं। जो 13 अंतर्राष्ट्रीय महासंघों, 62 राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी के पास हैं।”
रियो ओलम्पिक में पहली बार ऐसा होगा कि खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) ड्रग मामलों पर अपनी नजर रखेगा। बाक ने कहा, “पहली बार ऐसा होगा कि डोप परीक्षण में दोषी पाए जाने के बाद खिलाड़ी की जांच आईओसी नहीं करेगा। उनके मामले सीधे सीएएस जाएंगे।” ओलम्पिक में डोपिंग के मामलों की देखरेख के लिए सीएएस ने रियो में अपने दो अस्थायी कार्यालय बनाए हैं।