मध्य प्रदेशः मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी.एल.कान्ता राव ने विभागों के नोडल अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी शासकीय, गैर-सरकारी संगठन और व्यवसायिक कार्यालयों में मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिये ‘मतदाता जागरूकता फोरम’ का गठन किया जाये। ये फोरम, कार्यालयों में मतदाता सूची में पंजीकरण, मतदान संबंधी गतिविधियों और निर्वाचन की मूलभूत प्रक्रियाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये एक अनौपचरिक मंच का कार्य करेगा। इस फोरम में कार्यालय के सभी कर्मचारी स्वैच्छिक सदस्य बन सकते हैं।
इसे भी पढ़ें-मध्य प्रदेशः शिवराज सिंह ने कहा हमारे सभी विधायक 7 जनवरी को गाएंगे वंदे मातरम
आपको बता दें कि संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विकास नरवाल ने कहा कि फो़रम, सदस्यों को निर्वाचन संबंधी जानकारियां फोरम उपलब्ध करायेगा, जो कर्मचारियों को सशक्त मतदाता के रूप में विकसित करने में मददगार साबित होगी। फोरम में मतदाता जागरूकता को बढ़ाने के लिये कार्यालय प्रमुख की अध्यक्षता में एक नोडल अधिकारी नियुक्त होगा, जो मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और जिला निर्वाचन कार्यालय के साथ समन्वय बनाकर कार्य करेगा।
फोरम निर्वाचन गतिविधियों को कार्यालय में उपलब्ध मनोरंजन क्लब, स्पोर्टस क्लब और ऐसे ही किसी अन्य क्लबों के साथ मतदाता जागरूकता बढ़ाने की कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। फोरम का मुख्य उद्देश्य मतदाता जागरूकता को बढ़ाना, कार्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों का मतदाता सूची में नाम जुड़वाना और उनको मतदाता परिचय पत्र बनवाने के लिये प्रेरित करना है।
शासकीय कार्यालयों में मतदाता सूची में नाम जोड़ने और निर्वाचन प्रक्रिया की समस्त जानकारियों के लिये समय-समय पर कार्यशाला, प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी फोरम करेगा। बैठक में विभिन्न विभागों एवं संस्थानों के नोडल अधिकारी मौजूद थे।