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फतेहपुर में खतरे के निशान से ऊपर उफना रही गंगा नदी, अलर्ट जारी

फतेहपुर में खतरे के निशान से ऊपर उफना रही गंगा नदी, अलर्ट जारी

फतेहपुर: प्रदेश में हो रही बारिश के चलते फतेहपुर जिले में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हालात यह हैं कि प्रशासन ने गंगा नदी के किनारे बसे लोगों को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही स्थलीय निरीक्षण कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

वहीं, यमुना नदी का जल स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। बहुत जल्द यह भी खतरे के निशान से ऊपर निकल जाएगा। मामले पर बाढ़ नियंत्रण अधिकारी केके त्रिपाठी ने बताया कि, गंगा-यमुना नदियों के जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है।

यमुना नदी भी खतरे के निशान के ऊपर

अधिशासी अभियंता एवं समन्वय अधिकारी फतेहपुर प्रखंड निचली गंगा नहर की ओर से मिली जानकारी के अनुसार भिटौरा में गंगा नदी में 100.86 मीटर जलस्तर खतरे के निशान पर है। यहां अब तक तेज बारिश होने के कारण गुरुवार को सुबह आठ बजे तक 100.160 मीटर तक जा पहुंचा है। इसी तरह ललौली/चिल्ला गेज साइट पर यमुना का जलस्तर 100 मीटर खतरे के निशान पर है। हालांकि, यह अभी 86.82 गेज मीटर है लेकिन जिस तरह लगातार बारिश हो रही है उससे तो यही लगता है कि बहुत जल्द यमुना नदी भी खतरे के निशान को पार कर जाएगी।

बाढ़ की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन, निचली गंगा नहर और बाढ़ आपदा प्रबंधन सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी लालता प्रसाद शाक्य, सलाहकार आपदा प्रबंधन एसडीओ राजेंद्र बाबू, क्षेत्रीय लेखपाल ने बिंदकी तहसील स्थित अभयपुर में पांडु नदी का निरीक्षण किया गया। यह नदी गंगा की एक धारा से निकलती है, जो अपने रौद्र रूप में होने पर सब कुछ तहस-नहस कर देती है।

करीब 70 परिवारों को सुरक्षित करने की योजना

अपर जिलाधिकारी ने बताया कि, कानपुर के आसपास बारिश होने से पांडु नदी का जलस्तर बढ़ता है। जाड़े का पुरवा में गंगा नदी के पानी से कटान और नुकसान दोनों होता है। यहां की फसल और घर भी प्रभावित होते हैं। ऐसे में करीब 70 परिवारों को यहां से दो किलोमीटर दूर महुआ घाटी पर सुरक्षित बसाने की योजना बनाई गई है।

अपर जिलाधिकारी लालता प्रसाद शाक्य ने बताया कि, स्थानीय लोगों को बढ़ते जलस्तर में स्नान और तैरने के लिए मना किया गया है। एसडीओ निचली गंगा नहर के अनुसार बिंदकी फार्म में गंगा नदी की दो धाराएं बह रही हैं, जिसमें मुख्य धारा वर्तमान धारा के दूसरी ओर है। उधर ही पानी का बहाव भी तेज है। ऐसे में पानी छोड़े जाने या लगातार वर्षा होने से आसपास खतरा हो सकता है। ऐसे में लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें सुरक्षित रहने के लिए कहा गया है।

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