पठानकोट। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सरहद पर हलचल मची है और इस हलचल में तेजी तब आ गई जब हवा के जरिए कुछ पाकिस्तानी गुब्बारे भारत की सरहद पर आ गए। इन गुब्बारों पर उर्दू में इबारतें लिखी हैं और ऐसा कहा जा रहा है कि ये धमकियां हैं। दरअसल शनिवार देर रात को पंजाब से सटे दीनानगर के घेसल गांव में दो पीले रंग के गुब्बारे मिले हैं और उनपर लिखे हुए पर्चे चिपके है। जब इन पर्चो का हिंदी में अनुवाद कराया गया तब पता चला की इन पर्चों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिखकर भारत को धमकी दी गई है।
इन पर्चों में लिखा है मोदी सुन ले, अयूबी की तलवार अब भी हमारे पास है। मोदी सरकार (इंडिया) जंग नहीं लड़ सकती है। इसके साथ ही इन पर्चों में नीचे पाकिस्तानी आवाम का नाम लिखा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन गुब्बारों को पहली बार एक शख्स ने अपने घर के पास देखा और गुब्बारों में उर्दू में लिखे संदेश देखते ही उसने आनन-फानन में इन गुब्बारों को पुलिस के हवाले कर दिया। खबर के अनुसार इस तरह के पर्चे पंजाब पुलिस को एक जगह नहीं बल्कि कई जगह मिले हैं हालांकि पुलिस ने मामले की जांच -पड़ताल शुरु कर दी है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि सरहद पार से भारत को इस तरह की पर्चे मिले हैं बल्कि उरी आतंकी हमले के ठीक बाद होशियारपुर में भी एक संदिग्ध कबूतर मिला था। जिसके पंख पर उर्दू में कुछ कोड और नंबर लिखे थे। हालातों को देखते हुए भारत -पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था काफी बढ़ा दी गई है और तीनों सेनाओं को तुरंत कार्यवाई करने के मोड में रखा गया है। वहीं ऐसी खबरें भी आ रही है कि भारत के डर से 300 से ज्यादा आतंकी कैंप छोड़कर भाग खड़े हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के सर्जिकल स्ट्राइक से पहले वहां 500 से अधिक आतंकी कैंपों में थे। बताया जा रहा है कि खाली किए गए आतंकी कैंप में मुजफ्फराबाद के नजदीक लश्कर का मनशेरा का वो कैंप भी हैं, जिसमें 26/11 के आतंकियों को ट्रेनिंग मिली थी।