सियालकोट। पाकिस्तान में तीन सगी बहनों ने एक अधेड़ व्यक्ति को गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात के बाद पाक पुलिस ने इन तीनों बहनों अफसाना, आमना और रजिया को हिरासत में ले लिया है। इन तीनों ने इस शख्स की हत्या 13 साल पुराने ईशनिंदा मामले की वजह से की।
मारने के बाद बहनों ने मनाया जश्न:-
इस शख्स को मारने के बाद इन बहनों ने जश्न मनाते हुए जोरदार नारे भी लगाए। पुलिस के अनुसार ये तीनो बहनें अपनी परेशानियों के समाधान के बहाने मिर्जा गांव के मजहर हुसैन सैय्यद के घर उनका आशीर्वाद लेने पहुंची थी। लेकिन उन्होंने वहां जाकर मजहर से पूछा क्या आपका बेटा विदेश से लौट आया है? जवाब हां में सुनने के बाद तीनों ने उससे मिलने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने से भी बताया कि उनमें से एक लड़की फजल अब्बास की स्टूडेंट भी रह चुकी है।
घर में घुसकर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां:-
मजहर के बुलाने पर जैसे ही उनका बेटा फजल बाहर आया तो तीनों बुर्काधारी बहनों ने ताबड़तोड़ उन पर गोलियां बरसा दी। गोलियां लगने के तुरंत बाद ही फजल अब्बास की मौत हो गई थी। हालांकि जब पुलिस ने महिलाओं से पूछताछ की उन्होंने बताया कि साल 2004 में फजल अब्बास ने ईशनिंदा की थी। उस समय वो उसे मार नहीं सकती थी क्योंकि बहुत छोटी थी।
जाने क्या है ईशनिंदा मामला?
-ईंशनिंदा का मामला साल 2004 का है।
-ये मामला सैय्यद हुसैन के बेटे अब्बास के खिलाफ ईशनिंदा कानून के तहत दर्ज किया गया था।
-पुलिस की गिरफ्त में आने के डर से वो बेल्जियम भाग गया था।
-अब्बास हाल ही में विदेश से लौटा था और उसने स्थानीय अदालत से इस मामले में जमानत भी मिल गई थी।
-वहीं तीनों बहनों ने उसके आते ही गोली मारकर हत्या कर दी।