श्रीनगर। घाटी में रविवार को हुए आतंकी हमले में 17 भारतीय जवान शहीद हुए साथ ही सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराया था, पर सूत्रों के मुताबिक मिल रही जानकारी के अनुसार शनिवार को एलओसी से 16 आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसे थे। ये आतंकी तीन हिस्सों में बंट गए और इनमें से एक गुट ने उरी हमले को अंजाम दिया। घुसपैठिए आतंकियों का एक गुट बड़े हमले के इरादे से पुंछ की तरफ गया तो दूसरे गुट ने श्रीनगर का रुख किया है, उरी अटैक में चार आतंकियों के मारे जाने के बादअब भी ऐसा माना जा रहा है कि 4-4 के ग्रुप में जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान से आए 12 आतंकी घूम रहे हैं। आतंकियों की तलाश में सेना का सर्च ऑपरेशन देर रात तक जारी रहा।
ऐसे घटी पूरी घटना- प्राप्त जानकारी के अनुसार ये आतंकवादी पूरी तैयारी के साथ भारत आए थे पीओके से निकल कर चार आतंकी झेलम नदी के रास्ते असलहा और ग्रेनेड के साथ उड़ी सेक्टर में पहुंचे। सुबह करीब सवा पांच बजे आतंकियों ने उड़ी की आर्मी यूनिट में स्थित प्रशासनिक बेस कैंप के पिछले हिस्से पर पहला हमला बोला इस दौरान डोगरा रेजीमेंट के जवान तंबुओं में सो रहे थे। आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर सेना के इन्हीं तंबुओं में आग लग दी, यह इनती जल्दी हुआ कि सोते हुए जवानों को संभलने का मौका नहीं मिल सका।
जबाब में जवानों ने भी आतंकियों पर फायरिंग की। अब तक हेलीकॉप्टर की मदद से पैरा कमांडो को घटनास्थल पर भेजा जा चुका था, पैरा कमांडोज ने तीन घंटे की कड़ी मेहनत के बाद चारों आतंकियों मार गिराने में सफलता प्राप्त की।