नई दिल्ली। इन दिनों कश्मीर घाटी में लगातार सेना आंतकियों पर नकेल कसती जा रही है। बार्डर पर होने वाली घुसपैठ पर सेना की पैनी नजर के चलते आतंकियों के मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। घाटी में सेना लगातार इनके खिलाफ ऑपरेशन को अंजाम दिए हुए है। सेना की कार्रवाई के चलते अब आंतकी संगठनो ने अपना पैंतरा बदल दिया है।
दक्षिणी कश्मीर बना आतंकियों का गढ़
आतंकियों ने अपने मंसूबे को घाटी में सफल करने के लिए यहां के युवाओं को अपने टारगेट पर लिया है। लेकिन सेना की मुस्तैदी के चलते वो इन कट्टरपंथी युवाओं को सीमापार ले जाकर तैयार नहीं कर पा रहे हैं। इसके लिए उन्होने यहीं पर इनके प्रशिक्षण की व्यवस्था कर रखी है।आतंकियों का इन दिनो सबसे मुफीद अड्डा घाटी का दक्षिणी हिस्सा बना हुआ है। लगातार सीमापार से हो रही घुसपैठ से लेकर घाटी के माहौल में आई उग्रता इसी हिस्से की देन है। अब इसी हिस्से को ये आंतकी अपना निशाना बनाए हुए हैं। इन आतंकियो ने यहां के युवाओं पर अपना जाल फैला रखा है। जिसके चलते मजहब के नाम पर आतंकियों युवाओं को अपने साथ जोड़ रहे हैं। जिसके बाद वो इनकी ट्रेनिंग के लिए अब यहीं पर अपना ठिकाना बना रहे हैं।
सीमापार नहीं घाटी में दे रहे हैं प्रशिक्षण
अब आतंकी संगठन इन युवाओं को दक्षिण कश्मीर इलाके में तैयार कर रहे हैं। यहीं पर इन्हें हथियार चलाने समेत अन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अभी तक रक्षा सूत्रों की माने तो घाटी में इसके लिए इन्होने कोई कैम्प नहीं किया है। लेकिन इन युवाओं को वे घने जंगलों में ले जाकर ट्रेनिंग दे रहे हैं। सुरक्षा ऐजेन्सियों और सेना के चलते ये लगातार अपने अड्डे बदते जा रहे हैं। ऐसे में अब इन्होने अपना पैंतरा बदला है। अब घाटी में स्थानीय आतंकियों को सक्रिय कर सेना और सुरक्षा बलों के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है।