नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को इस बात पर भरोसा जताया है कि भारत को परमाणु आपूतिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता मिल जाएगी और साथ ही स्पष्ट किया कि वह किसी अन्य देश के आवेदन का विरोध नहीं करेगा।
सुषमा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन एनएसजी की सदस्यता को लेकर भारत का विरोध नहीं कर रहा, वह सिर्फ प्रक्रिया के मानदंडों की बात कर रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि हम चीन को भी मनाने में कामयाबी हासिल कर लेंगे।
एनएसजी में पाकिस्तान की सदस्यता के सवाल पर सुषमा ने कहा, ‘भारत एनएसजी में किसी भी देश के प्रवेश का विरोध नहीं करेगा। भारत केवल यही चाहता है कि सदस्यता के आवेदन पर विचार मेरिट के आधार किया जाए। पाकिस्तान के साथ जटिल मुद्दे हैं जिनको हल किया जाना है।
पाकिस्तान के साथ संबंधों पर सुषमा ने ने दोटूक शब्दों में कहा कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत मित्रता के प्रतिबद्ध है लेकिन वह राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।