नई दिल्ली: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल को मुंबई का कमिश्नर नियुक्त किया गया है। उन्होंने शनिवार को अपना पदभार संभाल लिया है। इससे पहले जायसवाल दिल्ली में कार्यरत थे। उन्होंने 9 साल बाद दिल्ली से मुंबई में वापसी की है। जायसवाल को जासूसों का मास्टर भी कहा जाता है। 1985 के आईपीएस अधिकारी रहे जायसवाल ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में अपनी सेवाएं दी हैं।
पडसलगीकर को महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया
वहीं जायसवाल से पहले मुंबई के कमिश्नर रहे दत्ता पडसलगीकर को महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का कार्यभार दिया गया है। पडसलगीकर ने सतीश माथुर की जगह ली है। बता दें कि माथुर शनिवार को सेवानिवृत हो गए थे। जायसवाल 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह केंद्र की नियुक्ति पर थे। साथ ही कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव भी रह चुके हैं।
जायसवाल पहले भी मुंबई में अपनी सेवाएं दे चुके है
मुंबई पुलिस में पहले भी अपनी सेवा दे चुके जायसवाल कई करोड़ रुपये के जाली स्टंप पेपर घोटाले की जांच करने वाले विशेष दल के प्रमुख रह चुके हैं। वह एटीएस में डीआईजी रह चुके हैं। साल 2006 में हुए मालेगांव विस्फोट की भी जांच जायसवाल ने ही की थी।
राज्य सरकार ने हाल ही में पत्र लिखकर जायसवाल से पूछा था कि क्या वह महाराष्ट्र वापस आना चाहते हैं। इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र आने के लिए हां कर दी। नए पुलिस कमिश्नर का पद ग्रहण करने के बाद जायसवाल ने कहा कि वह गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सरकार को धन्यवाद दिया कि सरकार ने उन्हें ये जिम्मेदारी दी है और कई अफसरों में से उन्हें चुना है। जायसवाल ने कहा कि उन्होंने पूर्व में अपने काम के लिए कुछ मानक निर्धारित किए थे। उन्होंने कहा कि वह उन मानकों को बनाए रखेंगे।