सूबे में पूर्व मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के नेता आए दिन सुर्खियों में रहते हैं। कभी सेना पर गलत बयानबाजी करना तो कभी हिंदू धर्म पर सवाल या निशाना उठाना और हिंदू धर्म पर अपना विवादित बयान देना। सपा के नुमाइंदों को ऐसा घटिया कारनामा करना जैसे अब उनका पेशा ही बन गया है। अभी कुछ दिनों पहले समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने सेना पर विवादित बयान दिया था, जिस कारण उन्हें चारों तरफ से घेरा जाने लग गया था। लेकिन अब एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के नुमाइंदे ने हिंदू धर्म पर अपना विवादित बयान दिया है।
समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल एक बार फिर से अपने विवादित बयान के कारण सुर्खियों में छा गए हैं। बुधवार को राज्यसभा में हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया है। हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने के बाद उन्हें एक बार फिर से चारों तरफ से घेरा जाने लग गया है। उन्होंने राज्यसभा में इतना ज्यादा घटिया बयान दिया है कि इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि उनकी कितनी ज्यादा घटिया सोच है और वह अपने मन में कैसी मानसिकता रखते हैं। राज्यसभा में नरेश अग्रवाल ने हिंदू देवी देवताओं का अपमान करते हुए कहा है कि ‘विस्की में विष्णु बसें, रम में श्रीराम, जिन में माता जानकी और ठर्रे में हनुमान, जय श्री राम’
उनके इस बयान से साफ झलकता है कि वह कैसी घटिया मानसिकता के शिकार हो रखे हैं। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि नेता लोग संसद भवन में क्या देवी देवताओं का अपमान करने के लिए ही जाते हैं या फिर सच में उन्हें देश या प्रदेश की कोई फिकर है। सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों संसद में लोग इस तरह की घटिया बयानबाजी किया करते हैं और आखिर क्यों बार बार हिंदू धर्म का मजाक बनाया जाता है।
इसके साथ ही नरेश अग्रवाल ने मानसून सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान सांसदों की सैलरी बढ़ाने की बात कही है। नरेश अग्रवाल ने सांतवे वेतन आयोग के बारे में जिक्र करते हुए अपनी सैलरी को अपने सचिव से भी कम बताया है। उनके अनुसार उनकी सैलरी को सांतवे वेतन आयोग से जोड़ देनी चाहिए। इस दौरान कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने भी इनका समर्थन किया है।