लखनऊ। समाजसेविका से राजनीतिक गलियारों तक का सफर करने वाली अपर्णा यादव बेशक विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर चुकी हो लेकिन लगातार राजनिती में सक्रिय बनी हुई हैं। योगी के सीएम बनते ही अपर्णा उनसे मुलाकात करने पहुंची। इसके बाद योगी ने अपर्णा यादव के ट्रस्ट से चल रही गोशाला कान्हा उपवन का दौरा किया।
अपर्णा अब लगातार राजनिती में हाथ आजमाने की कोशिश कर रही है और राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। मुलायम और शिवपाल यादव के बाद अपर्णा ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर तंज कसा है। संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अपर्णा ने कहा कि उनकी हार का जिम्मेदार ईवीएम मशीन नहीं बल्कि उनके अपने लोग है।
दोबारा हो चुनाव
संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अपर्णा ने ईवीएम में गड़बड़ी पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अगर मशीनों में खराबी थी तो दोबारा चुनाव होने चाहिए लेकिन उनकी हार मशीनें खराब होने के कारण नहीं बल्कि करीबियों के कारण हुई है।
घाव है गहरे
आगे बोलते हुए अपर्णा ने कहा कि जब इंसान को किसी दूसरे से चोट मिलती है तो वो घाव भर जाते हैं लेकिन जब किसी अपने से चोट मिलती है तो उसके घाव भरना आसान नहीं होता। ‘विधानसभा चुनावों में मिली हार ने मुझे काफी कुछ सिखा दिया है जिसके कारण आखिरकार मुझे ये पता चल गया कि मेरा कौन अपना है और कौन पराया।’
जब शायर बनी अपर्णा
समाजसेविका अपर्णा यादव के कई रूप को लोग देख चुके हैं लेकिन आजतक उन्हें किसी ने शायरी करते नहीं देखा होगा लेकिन संवाददाताओं से बातचीत करते समय अपर्णा अचानकर शायरी करने लगी और कहा ‘कश्तियां वहां आकर डूब गईं जहां साहिल करीब था।’
बता दें कि अपर्णा यादब लखनऊ की कैंट सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी थीं, जिन्हें बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था।