लखनऊ। यूपी में भाजपा जहां विजय की होली मना रही है वहीं चुनाव में करारी मात के बाद सपा कार्यालय के बार सन्नाटा पसरा पड़ा है। ऐसे में अगर कहे कि बेटा बापू के लिए हानिकारक साबित हो गया तो इसमें कोई दो राय नहीं होगी। सपा कुनबे में चुनावों के पहले की महाभारत की गूंज लगता है चुनाव के बाद ज्यादा सुनाई देगी और इसकी शुरुआत हाल ही में आए शिवपाल के बयान से लगाई जा सकती है।
शिवपाल ने मीडिया से बात करते हुए अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी में हमारी बड़ी जीत हुई है और इसी वजह से जसवंतनगर में खुशी से होली मना रहे है। संघर्ष किया है और आगे भी संघर्ष करेंगे। हार जीत तो लगी रहती है।
विधानसभा चुनावों के नतीजो में भारतीय जनता पार्टी एक बड़ी पार्टी के रुप में उभरी है और उसे जनता 324 सीटों के साथ यूपी की सत्ता पर काबिज होने का मौका दिया है तो वहीं सपा और कांग्रेस को 54 , बीएसपी 19 और अन्य को 6 सीटों पर सिमटना पड़ा है।
लेकिन अगर जसवंतनगर की बात करें तो ये सीट ना केवल एसपी बल्कि भाजपा के लिए भी काफी अहम थी क्योंकि ये सीट सपा का मजबूत किला था जिसे भाजपा हर हाल में भेदना चाहती लेकिन शिवपाल की जीत से भाजपा को अपने इस मंसूबे में कामयाबी नहीं मिली। हालांकि भाजपा ने जिले की तीन सीटों में से दो सीटों पर अपना परचम जरुर लहराया।