पटना। खनन नीति को लेकर बिहार सरकार के फैसले का आरजेडी ने विरोध किया है, जिसको लेकर आरजेडी के कार्यकर्ताओ ने बिहार बंद का ऐलान किया है। बिहार बंद के तहत राज्य के कई जिलों में आरजेडी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे है। मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के शेखपुरा में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने किऊल-गया पैसेंजर ट्रेन को घंटो रोके रखा। इसी के साथ सड़को पर भी बड़े पैमाने पर सरकार के फैसले का विरोध किया जा रहा है। राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पटना गया रेलखंड पर जहानाबाद स्टेशन के समीम ट्रैक पर आगजनी कर जनशताब्दी ट्रेन को रोकने के अलाव नेशनल हाईवे को भी जाम कर दिया।
विरोध प्रदर्शन को लेकर राज्य के पुलिस महानिरीक्षक अमित कुमार का कहना है कि बिहार बंद को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सभी स्टेशनों और उसके आसपास के क्षेत्रों में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। उन्होंने कहा कि स्टेशनों के आउटरक सिग्नल के निकट भी पुलिस की तैनाती की गई है। कुमार ने बताया कि रेल पुलिस के जवानों को सतर्क रहने को कहा गया है। असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों को किसी तरह की कठिनाई न हो इसके लिए हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
वहीं, बिहार बंद को लेकर राजनीति गरमा गई है। बीजेपी नेता नंदकिशोर ने कहा कि सड़कों पर आज एक बार फिर पंद्रह साल पहले का नाजारा देखने को मिल रहा है। यादव ने कहा कि इन लोगों को आमजन के तकलीफों की कोई परवाह नहीं है। सड़क पर जाम के चलते एंहबुलेंस फंसी हुई है, मरीज मर रहे है और ये लोग नारेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि एंबुलेंस को बंद मुक्त रखना, लेकिन गोपालगं में हुए बड़े हादसे के बाद भी इन लोगों को आमजन के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं है। दूसरी तरफ जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि बेवजह लोगों को परेशान करने के लिए बंद किया गया है, अगर गरीबों की इतनी ही चिंता है तो राजद को पहले उनकी समस्या सुननी चाहिए कि बंद कर पूरे बिहार की आम जनता का जन जीवन अस्त-व्यस्त करना चाहिए।