नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा शासन पर राफेल हमले कर रहे हैं। ऐसे में उनका साथ देने के लिए पार्टी के लगभग सभी नेता इस क्रम को बरकरार रखना चाहते हैं। कांग्रेस प्रवक्ताओं पर ये जिम्मेदारी है कि वो अपने अध्यक्ष के उठाए मुद्दे को सही से भुनाएं। लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल अतिउत्साह में ऐसी बात बोल गए जिससे अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर उनसे खफा है और चेतावनी दे दी है कि वो अपनी बोली को लगाम दें।
चुप होने की चेतावनी
दरअसल अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस ने जयवीर शेरगिल को लीगल नोटिस भेजकर चुप होने की चेतावनी दी है। कंपनी ने कड़े शब्दों में कहा है कि शेरगिल वही बातें बोले जिसका उनके पास सबूत हो। वर्ना उन्हें इसका हर्जाना भुगतना पड़ेगा।
राहुल ने लगाया आरोप
बता दें कि इससे पहले राहुल ने मोदी सरकार पर अनिल अंबानी की कंपनी को हजारों करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया था। लेकिन इस मुद्दे पर बिजनेसमैन अनिल अंबानी ने राहुल गांधी को एक पत्र लिखकर अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दिया था। अनिल अंबानी ने अपने पत्र में कहा था कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों और कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्वियों ने कांग्रेस को गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश की है। अनिल अंबानी ने कहा था कि सभी आरोप गलत और निराधार हैं।
अनिल अंबानी पहले ही कह चुके हैं कि रक्षा मंत्रालय ने रिलायंस समूह की कंपनी को 36 राफेल विमानों का कॉन्ट्रेक्ट नहीं दिया। यह गलत बताया जा रहा है। इसके बाद रिलायंस को हजारों करोड़ का फायदा होने जा रहा है जबकि यह सिर्फ कोरी अफवाह है। उन्होंने कहा कि हमारा भारत सरकार के साथ कोई भी कॉन्ट्रेक्ट नहीं होने जा रहा है। याद दिला दें कि साल 2015 में राफेल सौदे की घोषणा से दस दिन पहले ही रिलायंस डिफेंस का गठन हआ था।