वेल्लूर। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में सजा काट रही निलिनी श्रीहरन ने एक बार फिर से रिहाई के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया है। दरअसल नलिनी को जेल में सजा काटते हुए 25 साल पूरे कर लिए है जिसके चलते उन्होंने अपनी आजादी की मांग करते हुए महिला आयोग को एक चिट्ठी लिखी है। खबर के अनुसार नलिनी ने ये चिट्ठी 22 अक्टूबर को लिखी है जिसमें उन्होंने रिहाई की मांग करते हुए अपनी विदेश में रह रही बेटी से भी मिलने की इच्छा जाहिर की है।
इसके साथ ही निलिनी ने चिट्ठी में अपनी रिहाई की गुहार लगाते हुए कहा कि जब वो जेल में कैद दूसरी महिलाओं को रिहा होते हुए देखती है तो उनका मन भी आजाद होने का करता है। ऐसा कोई दिन नहीं होता कि मैं न रोई हूं। मैं अब इस जिंदगी से परेशान हो चुकी हूं।
गौरतलब है कि इसके पहले भी एक बार नलिनी महिला आयोग को चिट्ठी लिखकर रिहाई की मांग कर चुकी है। इसके साथ ही नलिनी देश में ऐसी पहली महिला कैदी है जिन्होंने जेल में 25 साल पूरे कर लिए है। फिलहाल अभी तक नलिनी को महिला आयोग की तरफ से कोई भी जवाब नहीं मिला है। राजीव गांधी की हत्या 21 मई 1991 को श्रीपेरम्बदूर के निकट एक आत्मघाती हमले में की गई थी जिसमें सात लोग शामिल थे और इन सातों को कोर्ट ने दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी। यह सात दोषी मुरुगन, संथन, पेरारिवलन, नलिनी, रॉबर्ट पायस और रविचंद्र है। बता दें कि सोनिया गांधी की अपील और कैबिनेट की सिफारिश के बाद हत्याकांड की दोषी नलिनी की सजा फांसी से हटाकर उम्रकैद में बदल दी गई थी। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने हत्या में दोषी पाए गए मुरुगन, संथन और पेरारिवलन की दया याचिका पर फैसला लेने में देरी के कारण फरवरी 2014 में फांसी की सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया था।