भवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर के राजभव में स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में के बाद पीएम मोदी ने वहां के फेमस मंदिर लिंगराज के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया। भुवनेश्वर का ये मंदिर काफी पुराना है जिसे 10वीं शताब्दी में बनाया गया था। हालांकि काफी साल पुराने होने क वजह से इसकी मरम्मत भी कराई गई है लेकिन अभी भी कुछ ऐसे पिलर्स है जो सालों पुराने है।
पीएम मोदी के भगवान शिव के दर्शन के चलते सुरक्षा के काफी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मंदिर के मुख्य पुजारी ने एक-एक करके पीएम मोदी को परिसर दिखाते हुए वहां मौजूद 108 मंदिरों की खासियत गिनाई। कहा जाता है कि इस मंदिर में आने के लिए आपके एक पूरी प्रकिया करनी होती है जिसे पीएम मोदी ने बखूबी निभाया। इसके बाद उन्होंने 108 मंदिरों की एक परिक्रमा भी की।
प्रधानमंत्री के मंदिर दर्शन के चलते वहां पर भारी संख्या में भीड़ उमड़ी और हर कोई उनकी एक झलक पाने के लिए आतुर दिखाई दिया। हालांकि मोदी ने भी सभी को हाथ हिलाते हुए अभिवादन भी किया।
पीएम मोदी ने किए लिंगराज मंदिर के दर्शन
- पीएम मोदी ने सभी लोगों को अभिवादन किया
- पीएम मोदी को देखने के लिए लोगों की भाड़ी भीड़ उमड़ी
- केंद्रीय मंत्री धरमेंद्र प्रधान भी पीएम मोदी के साथ
- पीएम मोदी भुवनेश्वर के फेमस लिंगराज मंदिर पहुंचे
- विधि विधान से भगवान शिव की करेंगे पूजा
- मंदिर के सभी विशेषताओं के बारे में जानते हुए जानने की कोशिश कर रहे हैं पीएम मोदी
जानें क्या है लिंगराज मंदिर की खासियत?
- भुवनेश्वर का सबसे बड़ा मंदिर है
- शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है
- इस मंदिर को 10वीं शताब्दी में बनवाया गया था
- मंदिर में 8 फीट मोटा और 1 फीट ऊंचा स्वयंभू शिवलिंग है
- मंदिर की वास्तुशिल्पीय बनावट बेहद खूबसूरत है
- मंदिर की ऊंचाई 55 मीटर
- जब भी कोई खास कार्यक्रम होता है तो मुंह से खास तरह की ध्वनि निकाली जाती है