featured दुनिया देश भारत खबर विशेष

प्लॉगिंग अभियान से होगा भारत गंदगी मुक्त, जॉगिंग के साथ प्लॉगिंग को अपनाएगा इंडिया

प्लॉगिंग अभियान से होगा भारत गंदगी मुक्त, जॉगिंग के साथ प्लॉगिंग को अपनाएगा इंडिया

प्लॉगिंग अभियान से होगा भारत गंदगी मुक्त, इसी उद्देश्य से  शहरों को स्वच्छ बनाने और लोगों को अपने जीवन में स्वच्छता लाने के लिए बीते रोज आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, एनडीएमसी, एनबीसीसी, सीपीडब्ल्यूडी, एचपीएल और अन्य संस्थाओं के 300 से अधिक अधिकारियों ने प्लॉगिंग अभ्यास में हिस्सा लिया। इस दो घंटे से ज्यादा चले अभ्यास की शुरूआत आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने जनपथ से किया तथा यह शास्त्री भवन के करीब जाकर समाप्त हुआ। इस अभ्यास ने आस-पास खड़े लोगों, दर्शकों, टैक्सी ड्राइवरों, खुदरा विक्रेताओं और सुबह वॉक करने वाले लोगों को भी प्रेरित किया।

 

प्लॉगिंग अभियान से होगा भारत गंदगी मुक्त, जॉगिंग के साथ प्लॉगिंग को अपनाएगा इंडिया
प्लॉगिंग अभियान से होगा भारत गंदगी मुक्त, जॉगिंग के साथ प्लॉगिंग को अपनाएगा इंडिया

इसे भी पढ़ेःस्वच्छता के मामले में भारत बन रहा है वैश्विक प्रेरणा- राज्यवर्धन सिंह राठौड़

इस अभ्यास के तहत कचरे के रूप में फैले 500 से भी अधिक टूटी हुई बोतलें, आइसक्रीम और गुटका रैपर, कप, पैकेट इत्यादि की सफाई की  गई।  मिश्रा ने इस मौके का फायदा उठाते हुए आस-पास के लोगों को स्वच्छता के बारे में बताते हुए अपने जीवन में प्लॉगिंग को अपनाने के लिए प्रेरित किया। गौरतलब है कि यह कार्यक्रम  मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री की “स्वच्छता ही सेवा” के पहल के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। गैर सरकारी संगठनों, सीएफएआर के कई सदस्यों ने भी इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में सचिव  दुर्गा शंकर मिश्रा ने लोगों को अपने जीवन में प्लॉगिंग अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सुबह की सैर या जॉगिंग के साथ कूड़े को उठाकर चलने के कार्य को अपनाया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि आप लोगों को कूड़े इधर-उधर नहीं डालना चाहिए। किसी भी तरह के अपशिष्ट एवं कूड़े को हमेशा कूड़ेदान में ही डालें।  मिश्रा ने आस-पास के दुकानदारों से यह अपील किया कि जो भी कूड़ा हो वह सिर्फ कूड़ेदान में ही डालें।

इसे भी पढ़ेःराजस्थानः पीएम के जन्मदिन पर राजसमन्द में स्वच्छता सेवा पखवाड़ा शुरू हुआ

आपको बता दें इस जबरदस्त प्रतिक्रिया से उत्साहित होकर यह निर्णय लिया गया है कि अगला प्लॉगिंग अभियान 30 सितंबर, 2018 को नई दिल्ली में नेहरू पार्क, चाणक्यापुरी से यशवंत प्लेस तक किया जाएगा। इस अवसर पर शारदा वकील कला विद्यालय और राष्ट्रीय कला केन्द्र के लगभग 300 छात्रों को स्वयंसेवकों के रूप में भी शामिल किया जाएगा।

प्लॉगिंग क्या है..?

पैर में स्पोर्ट्स शूज, हाथ में दस्ताने और हाथ में एक थैला। स्वीडन में कूड़ा उड़ाते हुए जॉगिंग करने के इस ट्रेंड को प्लॉगिंग नाम दिया गया। स्वीडिश भाषा में “प्लॉके” शब्द का अर्थ है, इकट्ठा करना। स्वीडन में दो साल पहले पर्यावरण एक्टिविस्ट एरिक आहलस्टॉर्म ने प्लॉगिंग की शुरूआत की। वह टहलते या दौड़ते समय जहां भी कूड़ा दिखता उसे थैले में डालकर आगे बढ़ते. उनकी इस पहल को लोगों को सराहा और धीरे धीरे एक ट्रेंड बन गया।

महेश कुमार यदुवंशी

Related posts

मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन और रूस ही क्यों जाते हैं भारतीय छात्र, जानिए वहज?

Saurabh

बाराबंकी में मौसी के घर रह रही एलएलबी छात्रा और रेप पीड़िता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

Rani Naqvi

कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी की एसटीएफ, क्राइम ब्रांच पड़ताल में जुटी, वीडियो में हथियारों के साथ चल रही महिला पर नजर

Rani Naqvi