नई दिल्ली। आखिरकार 20 महीने तक चला महागठबंधन तोड़ गया है। बेनामी सम्पति के मामले में मौजूदा नीतीश सरकार में बतौर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सीबीआई और ईडी ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर बार बार नीतीश पर विपक्ष कार्रवाई के लिए दबाव बना रहा था। इस मामले को लेकर नीतीश कुमार ने सख्त रूख अपनाते हुए कहा था कि तेजस्वी अपना पक्ष सार्वजनिक तौर पर रखें और आरोपों पर जबाब दें।
लेकिन तेजस्वी ने इस बारे में कोई जबाब नहीं दिया। लगातार इसके बाद एक के बाद एक नीतीश के विरोध में बयान आते रहे। इसके बाद आज नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा सौंप दिया । इस मामले में नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद उन्होने मीडिया से मुखातिब होकर साफ तौर पर तेजस्वी पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने अगर इस मामले में इस्तीफा देते तो और ऊचांई पर चले जाते लेकिन ऐसा नहीं किया तेजस्वी के जबाब ना देने पर जनता में गलत मैसेज जा रहा था।
मै जनता के सवालों का क्या जबाब देता अभी तक गठबंधन की ये सरकार मैने बहुत धैर्य के साथ चलाई थी। इस पूरे संकट के लिए लालू यादव ही जिम्मेदार हैं। क्योंकि वो इस पूरे मामले को जानते थे। मैने सभी से और घटक दलों से इस बारे में कई बार बात की थी। लेकिन अब हम अपने कहे भ्रष्टाचार के साथ मुद्दे पर पीछे नहीं हट सकते आखिरकार हमने अपना इस्तीफा सौंप दिया है।