एजेंसी, मुंबई। शिवसेना एक बार फिर भाजपा की रणनीति और उसके नेताओं के आचरण पर आपत्ति है। भाजपा ने जिस तरह हवाई हमले का राजनीतिकरण कर रही है उसे शिवसेना ने सैनिकों और उनके शौर्य का अपमान बताया।
शिवसेना ने सोमवार को कहा कि देशभक्ति किसी एकमात्र पार्टी की ‘बपौती’ नहीं है और गलत तरीके से लोगों को सिर्फ इसलिए ‘‘राष्ट्र-विरोधी’’ कहना कि वे राजनीतिक विरोधी हैं, यह अभिव्यक्ति की आजादी के हनन के अलावा कुछ नहीं है। पार्टी की यह टिप्पणी हवाई हमले के राजनीतिकरण को लेकर चल रहे विवाद की पृष्ठभूमि में आयी है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा, ‘‘देशभक्ति किसी एक पार्टी की बपौती नहीं है, हमें हैरानी होती है कि नेता यह कब समझेंगे कि यह कार्रवाई (हवाई हमला) उनका (सैनिकों का) कर्तव्य था, न कि कोई कार्य जो उनसे करने को कहा गया हो।’’
शिवसेना ने दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी द्वारा हाल में एक रैली में सेना की वेशभूषा धारण करने का हवाला देते हुए कहा कि हवाई हमले का सबूत मांगने वाले लोग जितने गलत हैं उतना ही अनुचित वोट बटोरने के लिये सेना की वर्दी पहनकर उसकी वेशभूषा धारण करने वालों का आचरण भी है। शिवसेना ने कहा कि यह सैनिकों और उनके शौर्य का अपमान है।