आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपना 76वां जन्दिन बना रहे हैं, उनके जन्मदिन के मौके पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं उनसे जुड़ी कुछ बातों के बारे में।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ ने अपने जीवन में काफी संघर्ष देखें है, राम नाथ कोविंद का बचपन गरीबी में निकला बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भारत के 14वें राष्ट्रपति हैं।
जीवन सफर
आपको बता दें कि रामनाथ कोविंद का जन्म एक मिडिल क्लास परिवार में 1 अक्टूबर 1945 को हुआ था। रामनाथ कोविंद का जन्म उस समय हुआ जब देश गुलाम था।
एक दलित परिवार में जन्में रामनाथ कोविंद का जीवन काफी मुश्किलों से भरा था। कठिनाइयों और चुनौतियों के होने के बावजूद उनके परिवार ने रामनाथ कोविंद को पढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। अपनी पढ़ाई के बाद रामनाथ कोविंद ने सर्वोच्च न्यायालय में अपनी वकालत की पढ़ाई शुरू की।
जीवन संघर्ष
बता दें कि परिवार में गरीबी थी, और उस समय सुविधाओं का आभाव था, इस वजह से रामनाथ कोविंद पढ़ाई करने के लिए 6 किमी तक पैदल चलकर जाते और 6 किमी वापस पैदल चलकर आते थे।
और इस वजह से हर कोई उनकी तारीफ करता था। वो सर्वोच्च न्यायालय में वकालत करते रहे और काबिल वकील के रुप में काम किया। इसके बाद वो बिहार के राज्यपाल बने। साथ ही रामनाथ कोविंद भाजपा दलित मोर्चा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
क्या आप जानते हैं कि रामनाथ कोविंद ने अपने गांव का घर को दान कर दिया है। इससे पता चलता है कि वो कितने नेक दिल इंसान हैं।
राजनीति सफर
बता दें कि राजनीति में रामनाथ कोविंद साल 1994 में आये, इस दौरान वो उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गये, इसके बाद वो साल 2006 से दो बार राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं।
इतना ही नहीं रामनाथ कोविंद ने दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी की है। साथ ही वो पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के सचिव भी रह चुके हैं। इसके अलावा वो बतौर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी काम कर चुके हैं।