लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की टीम ने जांच तेज कर दी है। मामले में अब एसआईटी की टीम तीन अक्टूबर को हुई घटना का रीक्रिएशन करने घटना स्थल पर पहुंची। सब कुछ उस दिन तरह ही सेट किया जा रहा है।
वारदात वाली जगह पर घटना का रीक्रिएशन कर रही SIT
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी की टीम ने जांच तेज कर दी है। मामले में अब एसआईटी की टीम तीन अक्टूबर को हुई घटना का रीक्रिएशन करने घटना स्थल पर पहुंची। सब कुछ उस दिन तरह ही सेट किया जा रहा है। एसआईटी की टीम वारदात वाली जगह पर आशीष मिश्रा, अंकित दास और ड्राइवर को लेकर पहुंची है। टीम यह जानने की कोशिश करती रही है कि उस दिन हालात किस तरह के थे। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जहां प्रदर्शनकारियों की जगह पुलिस ने अपने कुछ लोगों को हाथों में काले झंडे लिए खड़ा किया गया था, वहीं थार की जगह पुलिस की जीप चल रही थी।
रीक्रिएशन के दौरान फॉरेंसिक की टीम भी मौजूद
इस रीक्रिएशन के दौरान फॉरेंसिक की टीम भी एसआईटी के साथ मौजूद है। हर सबूत को बारीकी से परखा जा रहा है। सीन रीक्रिएशन के दौरान प्रदर्शनकारियों की जगह पुलिस ने अपने कुछ लोगों को हाथों में काले झंडे लिए खड़ा किया गया था। वहीं थार की जगह पुलिस की जीप चल रही थी। फॉर्च्यूनर की जगह स्कॉर्पियो और एक्सयूवी गाड़ियों को रफ्तार के साथ दौड़ाया गया। इस दौरान अधिकारी हर चीज पर बारीकी से नजर रखे दिखाई दे रहे थे।
लखीमपुर हिंसा में 8 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा को पुलिस ने हिरासत में लिया है। साथ ही तीन और आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए चारों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच बृहस्पतिवार को घटनास्थल पर ले जाया गया। यह घटना लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई।