इलाहाबाद। भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सोमवार को समापन हो गया। बैठक में संकल्प लिया गया कि वर्तमान से प्रेरणा लेकर भविष्य में पार्टी का विस्तार किया जाए। अपने समापन भाषण में प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं के आचरण और नीतियों की दृष्टि से 7 बिंदुओं को महत्वपूर्ण बताया।
यह 7 बिंदु हैं- सेवा भाव, संतुलन, संयम, समन्वय, सकारात्मकता, सद्भावना और संवाद। उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में इन सात मन्त्रों का असर दिखना चाहिए। देश का जन-मानस केवल नारों से ज्यादा समय तक संतुष्ट नहीं रहता है।
बैठक के समापन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संगठन में बदलाव होना जरूरी है, यह समय की मांग भी है। दस मिनट के अपने संबोधन के दौरान मोदी ने कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का संदेश दिया। कहा कि बदलाव होते रहते हैं, लेकिन हमें हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए और नये आइडिया पर काम करना चाहिए। बैठक में यूपी चुनाव को लेकर भाजपा नेताओं की बढ़ती चिंता का असर भी दिखा।
प्रधानमंत्री का कहना था कि हम एक इतिहास को देख रहे हैं। करोड़ों लोगों ने देश के लिए जो मेहनत की, उसका लाभ आज हमें मिल रहा है। केंद्र और राज्यों में अब हमें (भाजपा को) समाजोपयोगी दृष्टि से अपने को साबित करना है।
पीएम ने कहा कि देश में औद्योगिक विकास के कई अवसर गवां देने के बाद एक बार फिर ये मौका भारत को मिला है। इसका उपयोग करके आने वाले समय में 21वीं सदी के भारत की ताकत बढ़ानी है। उन्होंने कहा कि पार्टी की राजनीतिक ताकत बढ़ी है, जिसका उपयोग हम समाज के लिए करेंगे।