नई दिल्ली। आज एक मानसून सत्र का आगाज विपक्ष के जोरदार हंगामे के साथ हुआ । लेकिन इस हंगामे के बीच देश के पूर्व रक्षामंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक लोकसभा सांसद मुलायम सिंह यादव ने चीन को भारत के लिए पाकिस्तान से बड़ा खतरा बताया। इसके साथ ही तिब्बत पर चीन का आधिपत्य स्वीकार करना पूर्व की सरकार की बड़ी भूल भी करार दिया। उन्होने कहा कि चीन की नजर अब सिक्किम और भूटान पर है और वो इस पर कब्जा करने की फिराक में है।
सपा नेता ने संसद के मानसून सत्र में बोलते हुए कहा कि सरकार चीन को लेकर क्या ठोस कदम उठा रही है। वो संसद में साफ करे। क्योंकि पूर्व की सरकार ने तिब्बत के मामले में बड़ी भूलकर चीन को न्यौता दिया है। अगर समय रहते दलाई लामा के पक्ष में सरकार आवाज उठाती और उनकी मदद करती तो चीन आज फिर सर नहीं उठा सकता था। लेकिन सरकार के गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते आज हमें ये दिन देखना पड़ा है।
अब चीन भूटान और सिक्किम के बहाने हमारी जमीन पर कब्जा करने की फिराक में बैठा है। इसके लिए वो अप्रत्यक्ष तौर पर हमें परेशान करने की नियत से पाकिस्तान की भी मदद करता है। हमें समझना चाहिए कि पाकिस्तान से बड़ा हमारा दुश्मन चीन है। घटिया किस्म के चीनी सामानों के जरिए वो भारत के बाजारों पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है। हमें चीन से निर्यातित सामानों पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहिए।
सपा नेता ने सदन में कहा कि चीन अब कश्मीर की बात कर पाकिस्तान की मदद कर वहां पर अशांति फैला रहा है। वहीं भूटान औऱ सिक्किम के जरिए भारतीय जमीन को हथियाने का मसूंबा बना रहा है। इसकी के चलते वो लगातार भारतीय सीमा के पास युद्धाभ्यास के नाम पर अपनी तैयारी कर रहा है। भूटान और सिक्किम की रक्षा की हमारी जिम्मेदारी है। हम इस बात को नहीं नकार सकते हैं। सदन में सरकार को साफ करना चाहिए कि अब तक क्या तैयारी की गई है। क्योंकि वह भारत पर हमले की पूरी तैयारी कर चुका है। चीन के इस शातिराना अंदाज का जबाब हमें ढंग से देना होगा।