कोरोना काल के दौरान लोहिया संस्थान के मदर एंड चाइल्ड रेफरल अस्पताल को लेवल-3 कोविड अस्पताल बनाया गया था. लेकिन, कोरोना संक्रमितों की संख्या सीमित होने के बाद यहां पर नॉन-कोविड सुविधा करने के लिए अनुमति मांगी थी. जो शासन से मिलने के बाद अब दोबारा शुरु करने की तैयारी चल रही है. जिसके बाद यहां पर कोविड के साथ नॉनकोविड दोनों सुविधा मिलेगी. जिसके लिए यहां पर पहले चल रहे गाएनी और पीडियाट्रीक विभाग दोनों को शुरु करते हुए ओपीडी व भर्ती शुरु की जायेगी.
गाएनी व पीडियाट्रीक विभाग होंगे शुरु
निदेशक प्रो. एके सिंह ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से दोनों विभाग को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. ताकि शिफ्ट करने के नाम पर तबतक के लिए विभाग ही न बंद हो जाये. जिससे मरीजों को ही समस्या होगी. ऐसे में रेफरल अस्पताल में करीब 90 बेड गाएनी के और करीब 60 बेड पीडियाट्रीक में शुरु करेंगे. इसके अलावा एनआईसीयू और पीआईसीयू की भी सुविधा वहीं पर शुरु कर जाएगी. चूंकि वहां पर सभी बेड पर अब वेंटिलेटर की सुविधा है ऐसे में जरूरत के अनुसार वेंटिलेटर बेड कम या ज्यादा किए जा सकते है.
50 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए
निदेशक प्रो. एके सिंह ने आगे बताया कि चूंकि कोरोना मरीज बेहद सीमित है. ऐसे में बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर ही उसको चलाया जायेगा. जहां पर करीब 50 बेड की सुविधा रहेगी. जिसमें वेंटीलेटर भी शमिल है. ताकि अगर आगे संख्या बढ़ती है तो मरीजों के लिए बेड उपलब्ध रहे. हालांकि जरूरत पडऩे पर इन बेडों की संख्या और भी बढ़ाई जायेगी. साथ ही सुरक्षा को देखते हुए दोनों के लिए अलग से आने-जाने की व्यवस्था रहेगी.