रविवार को मोदी कैबिनेट का विस्तार होने के बाद अब मंत्रियों के मंत्रालय भी सामने आ गए हैं। रेल मंत्री का पद छोड़ने के बाद अब उन्हें वाणिज्य मंत्रालय दिया गया है। जबकि पहली बार ऐसा हुआ रक्षा मंत्रालय किसी महिला मंत्री को सौंपा गया है। निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय दिया गया है। स्मृति ईरानी के पास सिर्फ सूचना प्रसारण मंत्रालय होगा, पीयूष गोयल को रेल मंत्रालय दिया गया है। आरके सिंह को ऊर्जा राज्य मंत्रालय दिया गया है और अल्फोंस को पर्यटन मंत्रालय तथा हरदीप सिंह पुरी को हाउसिंग मंत्रालय दिया गया है।
मंत्रालयों की रेस में नरेंद्र तोमर को ग्रामीण विकास और खनन मंत्रालय प्राप्त हुआ है और सत्यपाल सिंह को एचआरडी मंत्री बनाया गया है। गजेंद्र सिंह शेखावत को कृषि राज्य मंत्री बनाया गया है। उमा भारती से गंगा जल मंत्रालय हटा कर अब नितिन गडकरी को इसका कार्यभार सौंपा गया है। धर्मेंद्र प्रधान को पेट्रोलियम और कौशल विकास मंत्री बनाया गया है। शिव प्रताप शुक्ला को वित्त राज्य मंत्री बनाया गया है। महेश शर्मा को संस्कृति मंत्री बनाया गया है।
सत्यपाल सिंह की तो वह मुंबई में पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं और इस वक्त यूपी से लोकसभा सांसद हैं। आरके सिंह केंद्रीय गृह सचिव, हरदीप सिंह पुरी राजनयिक तथा अल्फोंस आईएएस रह चुके हैं। 2019 के लिए पीएम मोदी का यह अंतिम विस्तार माना जा रहा है। लेकिन देखने वाली बात यह है कि जेडीयू और शिवसेना के सांसदों को कैबिनेट में जगह नहीं मिली है। वही अगर बात की जाए नए चेहरों की तो सत्यपाल सिंह बागपत से सांसद हैं यूपी लोकसभा सांसदर हैं, 64 साल के अश्विनी कुमार चौबे बक्सर के लोकसभा सांसद हैं। धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बार नकवी को प्रमोशन मिला है।
आर के सिंह बिहार के आरा से लोकसभा सांसद हैं मनमोहन सरकार के दौरान वह केंद्रीय गृह सचिव रहे हैं, अनंत कुमार कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से लोकसभा सांसद हैं वह ताइक्वांडो के लिए भी जाने जाते हैं वह कदंबा फाउंडर अध्यक्ष हैं, हरदीप सिंह पुरी संसद के सदस्य नहीं है लेकिन विदेश मामलों में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है वह संयुक्त राष्ट्र तथा ब्रिटेन और ब्राजील में राजदूत भी रहे हैं, शिव प्रताप शु्क्ल उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं, गजेंद्रर सिंह शेखावत राजस्थान के जोधपुर से लोकसभा सांसद हैं, वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद हैं, अल्फोंस कन्नाथनम संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं लेकिन उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।