मेरठ। कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को शनिवार को एक चैनल के पत्रकार ने अनूठे अंदाज में समर्थन दिया। किसानों के मंच पर आए पत्रकार ने कि मेरा चैनल सच नहीं दिखाता इसलिए मैं ऐसी नौकरी को लात मारता हूं।
कृषि कानूनों के विरोध में किसान कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को किसान महापंचायत में पहुंचे एक पत्रकार ने किसानों के मंच से इस्तीफा दे दिया। पत्रकार ने कहा कि उसका चैनल सच नहीं दिखा रहा है, इसलिए वह ऐसी नौकरी नहीं करेगा। उसने किसानों के समर्थन को लेकर तमाम बातें कहीं।
सच दिखाने के चुना इस पेशे को
पत्रकार ने कहा कि उसने पत्रकारिता के पेशे को सच बोलने के लिए चुना। मगर उसे सच नहीं दिखाने दिया जा रहा है। मैं नौकरी के अलावा कोई कारोबार नहीं कर सकता है। किसानों के समर्थन में खड़े होने के बाद उसे इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेा। उसके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किया जाएंगे। हो सकता है कोई उसका एक्सीडेंट भी कर दे।
मगर उसे किसी का डर नहीं है। उसके पास 56 इंच का न सही मगर पांच-छह इंच का सीना तो है ही। उसने कहा कि अगर आप सच दिखाना बंद कर देते हैं तो वह भी झूठ ही है। पत्रकार ने कहा कि वह 15 साल से पत्रकारिता कर रहे हैं। मगर अब उनसे यह काम नहीं होगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पत्रकार का इस्तीफा
पत्रकार का इस्तीफा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस्तीफे को लेकर तरह-तरह के कमेंट की झड़ी लग गई है। पत्रकार के अगले कदम पर लोगों की निगाहें हैं। किसान नेताओं ने पत्रकार के इस कदम का स्वागत किया है। उनका कहना है कि बाकी लोगों को भी इसी तरह सच बोलने का साहस करना चाहिए।