नई दिल्ली। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने में हो रही देरी को लेकर भारत ने एक बार फिर से नाराजगी जताई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आलोचना करते हुए भारत ने कहा है कि मसूद अतहर को आतंकी घोषित करने में अब तक करीब एक साल होने वाले है पर अब भी कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है। यूएन में भारतीय राजनयिक अकबरूद्दीन ने सुरक्षा परिषद में आयोजित एक सत्र के संबोधन में कहा है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद जब पहले से ही आतंकी संगठनों की सूची में है तो उसके मुखिया को आतंकी घोषित करने में इतना समय क्यों लग रहा है?
संयुक्त राष्ट्र पर नाराजगी जताते हुए भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि सुरक्षा परिषद अपने ही जाल में फंसता जा रहा है, एक सत्र को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ने कहा है कि आतंकवादी लगातार हमारे अंतरआत्मा को चोट पहुंचा रहे हैं, सुरखा परिषद ना जाने क्यों मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने में इतना समय ले रहा है जबकि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद पहले से ही आतंकी लिस्ट में शामिल है।
गौरतलब है कि भारत काफी समय से अजहर को आतंकी घोषित करने के लिए यूएन में अपनी आवाज को उठाता रहा है। हालांकि पाकिस्तान के करीबी माने जा रहे चीन ने जरुर इस बात का विरोध किया था संभवतः अब तक हुई देरी का यह एक कारण हो सकता है।