नैनीताल। देश में 500 और 1000 के नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार विरोधियों के निशाने पर बनी हुई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनता की समस्याओं से अवगत कराया है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि सरकार की तरफ से की गई इस कार्यवाही के साथ हम सब खड़े हैं और साथ ही मैने भी स्वयं भी इस निर्णय का स्वागत किया था पर इसके चलते वास्तविकता में जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा है कि भारतीय समाज में परिश्रम और ईमानदारी से संचित की गई धनराशि जो महिलाएं अपने परिवार के लिए आपदा की स्थिति, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, शादी आदि कार्याें के लिए रखे हैं, ऐसे में मेरी केंद्र सरकार से निवेदन है कि इस प्रकार के धनों पर केंद्र सरकार को छूट देनी चाहिए। देश की अर्थव्यवस्था पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी, स्व नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह के नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ी है जिसका परिणाम है कि आज हमारी अर्थव्यवस्था विश्व की अग्रिणी अर्थव्यवस्था मानी जाती है। देश में छोटे व्यापार वाले अपना खून पसीना बहाकर पैसे अर्जित करते हैं। उनके मेहनत के धन को कालाधन के श्रेणी में रखना किसी भी तरह से उचित नहीं हो सकता है।
मैं प्रधानमंत्री जी से निवेदन करता हूं ऐसे छोटे पूंजी वाले लोगों को उनकी कुल जमा राशि 10 लाख तक के नए नोटों में बिना किसी आयकर कटौती के दायरे में लाकर इसमें बदलाव अवश्य करें साथ ही इसके लिए संभव हो तो एक तिथि और प्रक्रिया की भी घोषणा करें। यहां आपको बता दें कि आम जनता के लिए नियमों के अनुसार दो लाख पचास हजार तक की राशि जमा करने का कर मुक्त रखा गया है।