यौन शोषण से जुड़े केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर 25 अगस्त को फैसला आ सरका है। फैसला आने से पहले ही पुलिस ने खासा इंतजाम किए हुए हैं। लेकिन इस बीच पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस रिपोर्ट में एक बड़ी बात सामने आई है। इंटेलिजेंस रिपोर्ट की माने तो अगर राम रहीम के खिलाफ कोर्ट की तरफ से फैसला आता है तो उसके समर्थन उपद्रव फैला सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार बात की जाए तो इसके लिए बाबा राम रहीम के समर्थकों ने हथियार इकट्ठा करना शुरू कर दिया है।
इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर पंचकूला कोर्ट की तरफ से बाबा राम रहीन के खिलाफ फैसला आता है तो उसके समर्थक कोर्ट के आसपास के इलाकों और सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सरकार की तरफ से कई जिलों में धारा 144 भी लगाई गई है। हालात अब काफी संवेदनशील होते जा रहे हैं, जिसे देखते हुए फतेहाबाद में 25 और 26 अगस्त को होने वाली शादियों की तारीख तक बदल दी गई है।
इस मामले में डीजीपी ने बताया है कि डेरा प्रमुख सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज है। उन्होंने बताया है कि सीबीआई अदालत ने 25 अगस्त को अपना फैसला सुनाने से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिसके तहत पुलिस किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है। इसके तहत केंद्र ने 35 अर्द्धसैनिक कंपनियां दी हैं। इस मामले में सोशल मीडिया पर भी नजर बनाई गई है। फैसला आने के बाद सबसे ज्यादा ध्यान पंचकुला, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में रखी जा रही है। वही जानकारी है कि डेरा प्रमुख सच्चा सौदा पर फैसला आने से पहले ही उनके समर्थकों ने भारी मात्रा में हथियार तथा ज्वलनशील पदार्थ को एकत्रित कर लिया है।
आपको बता दें कि बाबा रामरहीम पर साल 2002 में साध्वियों के यौन शोषण करने का आरोप लगा था। डेरा प्रमुख सच्चा सौदा की तरफ से गवाह के तौर पर दो युवतियों के लिए अर्जी दी गई थी लेकिन सीबीआई के वकील की बहस करने के बाद खारिज कर दिया गया था। जिसके बाद अब इस मामले में कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। और अब पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट अपना फैसला 25 अगस्त को सुना सकती है। इस मामले में सीबीआई द्वारा अपनी कार्रवाई पूरी होने के बाद साल 2007 में स्पेशल कोर्ट में इस सौंप दिया गया था।