हैम्बर्ग। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति के बीच हुई पहली मुलाकात में सीरिया मुद्दे पर बातचीत हुई। दोनों नेताओं की करीब एक घंटे की बातचीत में सीरिया को लेकर दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है। दक्षिणी पश्चिमी सीरिया में संघर्ष विराम रविवार से लागू कर दिया जाएगा। इस समझौते में जॉर्डन भी शमिल है।
जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में जी-20 देशों का दो दिवसीय शिखर सम्मेलन चल रहा है। इस सम्मेलन के पहले दिन राष्ट्राध्यक्षों के बीच अलग से भी मुलाकात हुई हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की ये पहली मुलाकात थी।
इस मुलाकात पर सबकी नजर टिकी हुई थी क्योंकि, अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के विवाद पर ट्रंप घरेलू राजनीति के निशाने पर रहे हैं।
इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच रूसी हैकिंग विवाद पर भी बातचीत हुई है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पुतिन ने हैकिंग मुद्दे पर हुई बातचीत में कहा कि हैकिंग के मामले में उनका देश शामिल नहीं था| ट्रंप ने इस बात को स्वीकार किया है। दोनों नेताओं के बीच सीरिया, चरमपंथ और साइबर सुरक्षा जैसे मसलों पर तय सीमा से लंबी बैठक चली।
अमरीकी विदेश मंत्री ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत की शुरुआत अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के विवाद से शुरू हुई। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति पुतिन ने इसमें शामिल रहने की खबरों का खंडन किया, जैसा कि वे पहले भी कर चुके हैं।
जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि सम्मेलन के अंतिम घोषणा से पहले अभी कई मुद्दों पर सहमति बनना बाकी है। उन्होंने सम्मेलन के दौरान हैम्बर्ग में हुए हिंसक प्रदर्शनों की निंदा की।
बता दें कि इस शिखर सम्मेलन के मौके पर गुरुवार से ही हैम्बर्ग में पूंजीवाद विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। सम्मेलन की पूर्व संध्या पर और पहले दिन प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुईं जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गये।
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन जलवायु परिवर्तन और व्यापार के मुद्दों पर चर्चा होनी है।