नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में भारतीय वायुसेना के प्रमुख एसपी त्यागी को चार दिनों के सीबीआई कस्टडी में भेज दिया गया है। हालांकि इसके लिए सीबीआई ने दस दिनों की कस्टडी मांगी थी। आपको बता दें कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी, उनके भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और एक वकील गौतम खेतान को दिल्ली स्थित पटियाला कोर्ट में पेश किया गया।
गौरतलब है कि किसी भी वायुसेना अध्यक्ष के खिलाफ पहली बार ऐसा हुआ है जब उसे रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने इस बावत कहा था कि उनके खिलाफ रिश्वत की लेन देन के ठोस सबूत मिले हैं जिसके आधार पर उनके खिलाफ कार्यवाही की गई है। बता दें कि पूर्व वायुसेना प्रमुख पर रिश्वत लेकर 3600 करोड़ के हेलीकॉप्टर डील करने का आरोप लगा है, जिसको लेकर सीबीआई ने दिल्ली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
जानिए क्या है मामला- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत देश के तमाम वीवीआईपी लोगों के इस्तेमाल करने के लिए फरवरी 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड 101 हेलीकॉप्टरों का समझौता हुआ था। भारत सरकार और इटली की रक्षा कंपनी फिनमैकानिक के बीच हुआ। प्रतिस्पर्धा में सिर्कोस्की एस-92 सुपरहॉक भी शामिल था, लेकिन अंतिम बाजी अगस्ता वेस्टलैंड ने मारी थी। यह पूरा समझौता 3,546 करोड़ रुपए का था।
12 हेलीकॉप्टरों की सप्लाई में से 3 तो इटली से हो गई लेकिन बाकि बचे 9 हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी पर रोक लग गई, जिसके बाद केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इस सौदे की सीबीआई जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट आने के बाद इटली में फिनमैकानिका कंपनी के सीईओ को गिरफ्तार किया गया। फिनमैकानिका के सीईओ पर आरोप है कि उसने बिचौलिए की मदद ली और उन्हें 50 यूरो दिए। इस रकम का बंटवारा इटली सहित भारत में हुआ जिसमें एपपी त्यागी सहित , संजीव त्यागी और गौरव खेतान का नाम सामने आया।