लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियों के साथ ही सरगर्मी भी बढ़ने लगी है। सियासी गलियारों में प्रत्याशियों को लेकर माहौल इतना गर्म हो रहा है कि नियम-कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
ताजा मामला लखीमपुर खीरी जिले का है, जहां सदर भाजपा विधायक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख के बीच झड़प हो गई। इस दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए सरेआम असलहा लहराते हुए जान की धमकी दी गई।
बीडीसी का पर्चा वापसी को लेकर विवाद
जानकारी के मुताबिक, रविवार को जिले के नकहा ब्लॉक में बीडीसी का पर्चा वापसी को लेकर सदर विधायक योगेश वर्मा और पूर्व ब्लॉक प्रमुख पवन गुप्ता के बीच झपड़ हो गई। खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में दोनों ने मर्यादाओं को ताक पर रखते हुए एक-दूसरे के साथ हाथापाई भी की।
सदर विधायक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख की झड़प के दौरान न सिर्फ कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया बल्कि आचार संहिता की भी धज्जियां उड़ाई गईं। इस दौरान पवन गुप्ता के छोटे भाई ने भाजपा विधायक पर पिस्टल तान ली और जान से मारने की धमकी दी। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है।
दोनों गुटों के समर्थक भिड़ गए
बताया जा रहा है कि सदर विधायक नकहा ब्लॉक में एक युवक के बीडीसी के पर्चे को वापस लेने को कह रहे थे। इस दौरान नकहा से पूर्व भाजपा ब्लॉक प्रमुख पवन गुप्ता से विधायक की कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों के बीच हाथापाई हो गई। इस दौरान दोनों गुटों के समर्थक आपस में भिड़ गए।
इसी बीच ब्लॉक प्रमुख पवन गुप्ता के छोटे भाई ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकालकर विधायक योगेश वर्मा पर तान दी और जान से मारने की धमकी दी। हालांकि, मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे दोनों गुटों समझाया और मामले को शांत कराया। वहीं, मौके पर मौजूद किसी शख्स ने पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जिला भाजपा अध्यक्ष ने किया तलब
हालांकि, सदर विधायक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख दोनों ही बीजेपी से जुड़े हुए हैं। ऐसे में इस घटना की जानकारी होने पर भाजपा जिला अध्यक्ष ने दोनों को पार्टी कार्यालय पर तलब किया है।