कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों का संघर्ष आज आठवें दिन में प्रवेश कर गया है. सरकार की तरफ से किसानों का आंदोलन शांत करवाने के लिये कोशिशें की जा रही हैं लेकिन फिलहाल कोई कोशिश सफल नहीं हो पाई है. आज फिर सरकार किसान संगठनों से बातचीत करेंगी. जानकारी के मुताबिक ये बातचीत दोपहर करीब 12 बजे होगी.
1 दिसंबर को भी हुई थी बातचीत
सरकार के प्रतिनिधिमंडल और किसान संगठनों के बीच बातचीत हुई थी. जिसमें सरकार की तरफ से किसानों को एमएसपी और मंडी सिस्टम पर जानकारी दी गई. लेकिन किसानों की तरफ से बस एक सवाल किया गया कि क्या सरकार एमएसपी को कानून में शामिल करेगी. लेकिन बैठक खत्म होने के बाद भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. सरकार ने कहा कि बातचीत पॉजिटिव रही, लेकिन किसानों कहा कि आंदोलन जारी रहेगा. अब आज बातचीत होगा.
वहीं आज आज पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात होनी है.
दिल्ली के बॉर्डर सील
किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं. वहां किसान भारी संख्या में मौजूद हैं और लगातार किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिसके चलते दिल्ली पुलिस भी अलर्ट पर है और सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर समेत कई बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. गुरुवार को भी नोएडा लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद रखा गया है. यहां पर गौतम बुद्ध द्वार पर सैकड़ों किसान सड़क जाम करके बैठे हैं. जिससे ही दिल्ली का यातायात प्रभावित होगा.
गाजीपुर धरने से दिल्ली जाने के रास्ते बंद
वहीं मेरठ में किसान आंदोलन को लेकर वेस्ट में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है. गाजीपुर धरने से दिल्ली जाने के रास्ते बंद हो गये हैं. वहीं डर है अगर आज सरकार और किसानों के बीच बातचीत नहीं बनी तो आंदोलन लंबा खिच सकता है. बॉर्ड बंद होने से फल-सब्जी, दूध और जरूरी सामान की सप्लाई रूक गई है. नोएडा, दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्रों के ट्रक भी बॉर्डर पर रूके हैं.