भारत और चीन के बीच दो महीने से भी ज्यादा चले डोकलाम विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया है। विवादित क्षेत्र से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं। लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच केवल 300 मीटर का फासला है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि विवादित स्थल से दोनों देशों की सेना महज 150-150 मीटर दूर गई हैं। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि बीजिंग में सेना हटाने के लेकर कूटनीतिक बातचीत हुई है।
28 अगस्त को भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से डोकलाम विवाद को लेकर दो बयान जारी किए गए थे, जिसके तहत दोनों देशों की सेनाओं को एक एक कर विवादित क्षेत्र से पीछे हटना था। बयान के मुताबिक दोनों देशों की सेनाओं को दोपहर तक अपने क्षेत्र में जाना था। सेना पीछे होने के बाद दोनों देशों की सेना ने यह पुष्टी की थी कि समझौते के तहत सेना को पीछे हटाया गया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि नई दिल्ली से नाथु ला तक संचार व्यवस्था सही ढंग से काम कर रही थी। लेकिन चीन की तरफ से ऐसा नहीं लग रहा था कि चीनी राजसत्ता के बीच संचार उतना कुशल है।
ऐसे में भारतीय सेना अपना हर कदम काफी सोच विचार कर रख रही थी। सूत्रों का यह भी कहना है कि डोकलाम में मौसम खराब होने के कारण विवादित क्षेत्र से पैर पीछे लेने के लिए चीन की तरफ से वक्त मांगा गया था। सूत्रों के हवाले से खबर है कि 16 जून तक दोनों देशों की सेना स्थिति तक पहुंच जाएंगी। समझौते के तहर सेना को दोपहर तक पीछे हटाया जाना था। जिसके बाद दोनों सेनाओं ने पुष्टी की कि समझौते के तहत सेना पीछे हटी भी या नहीं हटी।