नई दिल्ली। मंगलवार से शुरू होने वाले दिल्ली विधानसभा के दो दिवसीय शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है । इस दो दिवसीय सत्र के दौरान जहां सत्ता पक्ष निगम के कार्यों को लेकर आलोचना करेगा वहीं विपक्ष, निगम को चौथे वित्त आयोग की सिफारिशों के तहत अधिक फंड देने की मांग रखेगा।
सूत्रों की मानें तो आप सरकार के विधायकों ने निगम के कार्यों को लेकर मजबूती के साथ विपक्ष पर हमला बोलने का निर्णय लिया है। इस दौरान ज्यादातर विधायक निगमों की कार्यप्रणाली को लेकर तीखे सवाल करेंगे। इस दौरान विधायक अपने फंड से काम न करवाने को लेकर भी प्रश्न करेंगे। इसके अलावा विधायक फंड से हुए विकासकार्यों पर निगम पार्षदों द्वारा करवाए जा रहे पुनर्निर्माण पर भी प्रश्न पूछे जाएंगे।
हालांकि विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल का दावा है कि सत्र के दौरान हंगामा नहीं होने दिया जाएगा। उनकी कोशिश रहेगी कि जनता के हितों को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा नियम 280, प्रश्नकाल और स्टार क्वेश्चन के तहत प्रश्न उठाएं जाएं। इसके अलावा रिवाइज स्टीमेट की संस्तुति भी करवाई जाएगी।