हैदराबाद। मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को केंद्र सरकार से कश्मीर घाटी में जारी हिंसा के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाने का आग्रह किया है। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि हिंसा के चक्र को कैसे समाप्त किया जाए, इस पर चर्चा करने के लिए और प्रदर्शनों के बाद समानुभूति दर्शाने के लिए बैठक बुलानी चाहिए।
सुरक्षाबलों द्वारा शुक्रवार को एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद से कश्मीर घाटी में हिंसा जारी है, जिसमें 32 लोग मारे जा चुके हैं। एमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी ने ट्वीट्स के जरिए पूछा है कि मोदी सरकार ने शांति प्रक्रिया बंद क्यों कर दी है।
उन्होंने पूछा, “मोदी सरकार ने कश्मीर पर वाजपेयी सरकार द्वारा शुरू की गई अलगाववादियों को अलग-थलग करने की प्रक्रिया बंद क्यों कर दी है।”
उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “बेहतर है कि वे स्वयं अपना आत्मनिरीक्षण करें।”
एमआईएम नेता ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा स्थिति संभालने को लेकर वर्तमान सरकार की आलोचना करने को भी गलत बताया है। ओवैसी ने कहा कि 2010 में जब 110 लोग मारे गए थे, तब उमर अब्दुल्ला को खुद भी इसकी जानकारी नहीं थी और वह इस मसले में निष्क्रिय थे।
(आईएएनएस)