जल्दी ही मार्केट में पुरुषों के लिए भी गर्भनिरोधक गोलियां उपलब्ध होने वाली हैं। रिसर्चर्स ने एक ऐसे यौगिक की खोज की है जो शुक्राणोओं की गतिशीलता पर नियंत्रण रखने में कारगर है। निषेटन क्षमता कम करने में सक्षम एस यौगिक का इस्तेमाल पुरुषों के लिए अब निरोध की गोलियां बनाने में किया जाएगा। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह आबादी नियंत्रण में कारगर साबित हो सकता है। इस यौगिक का नाम ईपी055 है जो शुक्राणुओं की शिथिलता कम कर देता है और हार्मोन पर भी इसका कोई असर नहीं होता है।
जर्नल पीएलओएस वन में प्रकाशित इस शोध में दावा किया गया है कि इस यौगिक से ‘पुरुष-गोली’ बनाई जा सकती है जो जन्म दर को नियंत्रित करने में कारगर साबित होगा और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होगा। वर्तमान में पुरुषों के लिए कंडोम और नसबंदी के उपाय उपलब्ध हैं। परीक्षण के तौर पर इसका उपयोग नर बंदरों पर किया गया, जिसमें कोई दुष्प्रभाव नहीं पाया गया। इसकी शोधकर्ता अमेरिका के ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी स्थित ओरेगन नेशनल प्राइमेट रिसर्च सेंटर की मेरी जेलिंस्की ने कहा, “उपयोग के 18 दिन बाद सभी लंगूरों में पूरी तरह से सुधार के लक्षण पाए गए।”
आपको बता दें कि दुनिया भर में हर साल अनुमानत: 5.6 करोड़ गर्भपात असुरक्षित तरीके से होते हैं, जिससे प्रति वर्ष कम से कम 22,800 महिलाओं की मौत हो जाती है। यह जानकारी पिछले एक दशक में वैश्विक गर्भपात ट्रेंड्स पर गुटमेचर इंस्टीट्यूट की सबसे व्यापक रिपोर्ट में दी गई है। गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने से महिलाओं को गर्भावस्था समाप्त करने से नहीं रोका जा सकता, बल्कि ऐसी स्थिति में वे अवांछित गर्भ को गिराने के लिए खतरनाक तरीकों का सहारा ले सकती हैं, जिससे जोखिम बढ़ जाता है। लिहाजा ऐसे में महिलाओं के अलावा पुरुषों के लिए अब गर्भनिरोधक गोली तैयार होनी शुरू हो गई हैं।